सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन संत रामनाथ नीचे नहीं उतरे। संत चोरी के मामले की जांच व एएसआइ राजेन्द्र के निलम्बन की मांग पर अड़े रहे। बाद में पुलिसवालों ने संत के खेतड़ी के गोरीदुदवा में रहने वाले गुरु जसनाथ से सम्पर्क किया। गुरु ने अपने शिष्य रामनाथ को फोन पर बातचीत कर आश्वासन दिया कि डीएसपी ने दो दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने का वादा किया है, इसलिए नीचे उतर जाओ। गुरु का आदेश मिलते ही संत रामनाथ टावर से नीचे उतरे।
पातलीसर गांव में स्थित जगन्ननाथ आश्रम बगीची में संत रामनाथ सेवा करते हैं। चार जुलाई की रात को सभी कार्यो से निवृत होकर आश्रम में सो गए। सुबह उठे तो आश्रम में रखे पांच लाख 50 हजार 530 रुपए व सोने-चांदी के जेवरात नहीं मिले।
पातलीसर बड़ा आश्रम में चार महीने पहले चोरी हो गई थी। इस मामले के अनुसंधान अधिकारी की जांच से संतुष्ट नहीं होने पर 10 अक्टूबर को जांच बदलकर एसआइ पृथ्वीराज को सौंपी थी। स्वयं इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे है। जिन लोगों पर संत ने शक किया पूछताछ की जाएगी।
गिरधारी लाल शर्मा, सीओ
गिरधारी लाल शर्मा, सीओ