सरस डेयरी पहुंची एसीबी टीम तो क्यों हो गई धड़कनें तेज
चित्तौड़गढ़Published: Jun 15, 2019 10:37:51 pm
चित्तौडग़ढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ (डेयरी) में दूध और घी की गुणवत्ता में कमी और सुरक्षा गार्ड्स लगाने में गडबड़झाले की शिकायत के बाद शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चित्तौडग़ढ़ व राजसमंद की टीम ने संयुक्त जांच शुरू कर दी।
सरस डेयरी पहुंची एसीबी टीम तो क्यों हो गई धड़कनें तेज
– चित्तौड़-राजसमंद एसीबी टीम ने डेयरी लिए दूध-घी के नमूने
-दूध और घी की गुणवत्ता व सुरक्षा गार्ड्स लगाने में गड़बड़ी की शिकायत
चित्तौडग़ढ़. चित्तौडग़ढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ (डेयरी) में दूध और घी की गुणवत्ता में कमी और सुरक्षा गार्ड्स लगाने में गडबड़झाले की शिकायत के बाद शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चित्तौडग़ढ़ व राजसमंद की टीम ने संयुक्त जांच शुरू कर दी। एसीबी राजसमंद के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी के निर्देश पर एसीबी चित्तौडग़ढ़ के पुलिस निरीक्षक शब्बीर खां, नरेन्द्रसिंह, दलपतसिंह व खालिद हुसैन, राजसमंद से हेड कांस्टेबल गोपाल जोशी व हरिसिंह शनिवार को दोपहर बाद अचानक चित्तौडग़ढ़ डेयरी पहुंचे और दूध, घी और सिक्यूरिटी गाडर्ï्स संबंधी दस्तावेज कब्जे में लेकर जांच शुरू की। एसीबी टीम को अचानक डेयरी में देखकर वहां अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। एसीबी टीम की सूचना पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से आरसीएचओ डॉ. सुनील कुमार भी टीम के साथ डेयरी पहुंचे और वहां डेयरी की ओर से उत्पादित अलग-अलग किस्म के दूध के छह व घी का एक नमूना लिया, जिसे जांच के लिए प्रयोगशाला भिजवाया जा रहा है।
इधर टीम में शामिल एसीबी चित्तौडग़ढ़ के पुलिस निरीक्षक शब्बीर खां ने बताया कि चित्तौड़ डेयरी की ओर से उत्पादित अलग-अलग किस्म के दूध और घी की गुणवत्ता में कमी के साथ ही निर्धारित मापदण्ड से फैट की मात्रा कम होने की गुप्त शिकायत एसीबी को मिली थी। इसके अलावा डेयरी में तैनात सुरक्षा गार्ड्स में निजी लोगों को रखने, कागजों में गार्ड्स की संख्या ज्यादा बताने और मौके पर कम गाडर्ï्स तैनात करने जैसी कई शिकायतें मिली थी। एसीबी राजसमंद के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी के निर्देश पर शनिवार को यह औचक कार्रवाई की गई है। एसीबी की टीम डेयरी के कार्यालय में दूध, घी और सुरक्षा गार्ड्स संबंधी दस्तावेज अपने कब्जे में लेकर इनकी जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि दूध और घी की गुणवत्ता में कमी है या नहीं, इस बारे में प्रयोगशाला से रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हो पाएगा। डेयरी में कुछ अन्य तरह की अनियमितताएं होने की भी शिकायतें मिली है, जिनकी भी जांच की जा रही है। निरीक्षक शब्बीर खां ने बताया कि चित्तौडग़ढ़ डेयरी में भ्रष्टाचार और अनियमितताएं बरतने की शिकायत मिली थी। इसके आधार पर यहां दूध और घी की गुणवत्ता में कमी और भ्रष्टाचार के संबंध में जांच की जा रही है। यहां सुरक्षा गाडर््स नियमों के मुताबिक नहीं होने के संबंध में भी जांच की जा रही है। कर्मचारियों के मानदेय को लेकर भी शिकायतें मिली थी कि मानदेय कम दिया जाता है, लेकिन कागजों में ज्यादा बताया जाता है।
यह फर्जीवाड़ा रोकने का नतीजा है
इधर चित्तौडग़ढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ के प्रबंध संचालक सोहनलाल बरड़वा का कहना है कि डेयरी में पनप रही आंतरिक राजनीति और साजिश के चलते झूठी शिकायत की गई है। उन्होंने कहा कि दूध और घी विभिन्न प्रोसेस से निकलते हैं, ऐसे में इनकी गुणवत्ता में कमी नहीं हो सकती। नमूनों की जांच में सच सामने आ जाएगा। बरड़वा का कहना है कि उन्होंने ज्वाइन करने के बाद डेयरी के खर्चे कम किए है और लाभ बढाया है, फर्जीवाड़ों को रोका है। बस इसीलिए नाराज हुए कुछ लोगों ने ऐसी झूठी शिकायत की है। जांच में सब सामने आ जाएगा।