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किस लिए कहा कि मतदान केन्द्रों पर हो छाया-पानी का इंतजाम, वीवीपेट का रखे ध्यान

locationचित्तौड़गढ़Published: Apr 24, 2019 11:22:34 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

जिले में 29 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, पारदर्शी रूप से सम्पन्न कराने तथा मतदाताओं को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाने का दायित्व एरिया व सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं सेक्टर पुलिस अधिकारी के जिम्में है।

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किस लिए कहा कि मतदान केन्द्रों पर हो छाया-पानी का इंतजाम, वीवीपेट का रखे ध्यान



चित्तौडग़ढ़. जिले में 29 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, पारदर्शी रूप से सम्पन्न कराने तथा मतदाताओं को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाने का दायित्व एरिया व सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं सेक्टर पुलिस अधिकारी के जिम्में है। ये बात जिला निर्वाचन अधिकारी शिवांगी स्वर्णकार ने बुधवार को इंदिरा प्रियदर्शिनी ऑडिटोरियम में एरिया एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट, सेक्टर पुलिस अधिकारी के द्वितीय प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारी को अब मजिस्ट्रेट की शक्तियां मिल गई है, ये सभी अधिकारी एआरओं एवं क्षेत्र के राजस्व अधिकारियों से समन्वय करके जरूरत के अनुसार मजिस्ट्रेट पॉवर का इस्तेमाल करें। प्रशिक्षण में अपनी सभी जिज्ञासाओं को शांत कर ले, ताकि कोई भी भ्रम न रहे। मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के लिए पेयजल, छाया की पुख्ता व्यवस्था करें। मतदाताओं की लाईन के इर्द-गिर्द टेन्ट से छाया की व्यवस्था कराए। वीवीपेट की कार्यप्रणाली ठीक से समझे ताकि उसे कब खराब मानेंगे, कब खराब नहीं मानेंगे, तय कर सकें। वीवीपेट को धूप से बचाए। डीएलएमटी दौलतराम धाकड़, ओमप्रकाश पालीवाल, डॉ. कनक जैन, डॉ. जितेन्द्र दशोरा ने एरिया-सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं सेक्टर पुलिस अधिकारियों को वनरेबल मैपिंग, सेक्टर मजिस्ट्रेट की भूमिका एवं कार्य, कानून व्यवस्था, मतदान के दिन चुनाव की सम्पूर्ण प्रक्रिया, मतदान केन्द्र के बाहर की व्यवस्था, संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर वीडियोग्राफी, वेबकॉस्टिंग, माइक्रो आब्र्जवर तथा विशेष बल की नियुक्ति, मतदान से पूर्व एवं पश्चात् तथा मतदान के दिन के कर्तव्य आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण का पर्यवेक्षण सहायक प्रभारी शांतिलाल सुथार ने किया।
मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के खास इंतजाम
जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के 1507 मतदान केन्द्रों पर इस बार एक-एक पुलिस जवान उपस्थित रहेगा। कुछ महत्वपूर्ण बुथों पर हैड कॉस्टेबल स्तर के अधिकारी को लगाया जायेगा। जिले में 19 मतदान लोकेशन ऐसी है, जहाँ तीन-तीन मतदान केन्द्र है, ऐसे स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। चार मतदान केन्द्र लोकेशन ऐसी है, जहाँ चार-चार मतदान केन्द्र है, वहाँ भी विशेष व्यवस्था होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन-तीन विशेष पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति होगी, जो कि निरीक्षक या पुलिस उपाधीक्षक स्तर के होगे। हर विधानसभा में एक-एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पृथक से नियुक्त होगा।एरिया, सेक्टर मजिस्ट्रेट, सेक्टर पुलिस अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों से सम्पर्क में रहे एवं गड़बड़ी करने वालों की पहचान कर उन्हें पाबंद करें। मत देने के बाद मतदाताओं को मतदान केन्द्र में नही रूकने दे।
सेक्टर मजिस्ट्रेट के वाहनों पर जीपीएस की व्यवस्था
प्रशिक्षण प्रभारी विनय पाठक ने बताया कि इस बार निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सेक्टर मजिस्ट्रेट के वाहनों पर जीपीएस की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था के जरिए आयोग एवं उच्चाधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट के क्षेत्र में आवागमन पर नजर रख सकेंगे। इसके चलते अधिकारी अपने क्षेत्र से बाहर नहीं जा सकेंगे, ईवीएम तथा चुनाव सामग्री अनाधिकृत जगह पर नही रख सकेंगे। उन्होंने प्रशिक्षण स्थल पर लगाई गई दस्तावेजों, प्रपत्रों और लिफाफों की प्रदर्शनी देखने का भी आग्रह किया।
महिला मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण आज
महिला एवं दिव्यांग मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण गुरूवार सुबह 10 बजे से जिला परिषद् के ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में होगा। प्रशिक्षण समन्वयक दिनेश शर्मा के अनुसार जिले के सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक मतदान केन्द्र ऐसा होगा, जहाँ सभी मतदान अधिकारी के रूप में महिलाएं नियुक्त होगी। जिले में एक मतदान केन्द्र ऐसा होगा, जहां मतदान अधिकारियों के रूप में दिव्यांग अधिकारी/कर्मचारी नियुक्त होंगे।
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