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चित्तौड़गढ़

आज से पांचवीं बोर्ड की परीक्षा शुरू, 40 डिग्री पारे के बीच एग्जाम दिखाएगा बच्चों को तेवर

Rajasthan Board Class 5 Exam : प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन कक्षा 5 की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो चुकी है जो 4 मई तक चलेगी।

चित्तौड़गढ़Apr 30, 2024 / 11:11 am

Supriya Rani

चित्तौड़गढ. प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन कक्षा 5 की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो चुकी है जो 4 मई तक चलेगी। पंजीयकशिक्षा विभागीय परीक्षाएं राजस्थान बीकानेर के निर्देशन में होने वाली 5वीं बोर्ड की परीक्षाओं का समय सुबह 8 बजे से 10.30 बजे तक रहेगा। इस परीक्षा के लिए जिलेभर में 509 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। जिन पर जिले के सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थानों के 28 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा के लिए 13 संग्रहण केन्द्र व मूल्यांकन केन्द्र बनाए गए हैं। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट के अधिकारियों के अनुसार परीक्षा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।

उड़न दस्ते करेंगे निरीक्षण

परीक्षा की सुचिता बनाए रखने के लिए विभागीय निर्देशानुसार डाइट की ओर से उडऩ दस्तों का गठन किया गया है। जिसमें डाइट के शिक्षा अधिकारियों को परीक्षा निरीक्षण के लिए अधिकृत किया गया है। इसके अलावा जिले के मुय जिला शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक व प्रारंभिक एवं सभी मुय ब्लॉक शिक्षा अधिकारी परीक्षा का निरीक्षण कर सकेंगे।

इस तरह होंगी परीक्षाएं

प्राथमिक शिक्षा अधिगम स्तर मूल्यांकन कक्षा 5 की परीक्षाएं 30 अप्रेल से शुरू होंगी। पहले दिन अंग्रेजी विषय की परीक्षा होगी। इसके बाद 1 मई को हिन्दी, 2 को गणित, 3 को पर्यावरण अध्ययन तथा अंतिम दिन 4 मई को विशेष विषय संस्कृत, उर्दू, सिंधी की परीक्षा होगी।

पहनावे को लेकर शिक्षकों में असमंजस

राज्य सरकार ने मार्च में एक आदेश जारी कर कर्मचारियों और शिक्षकों के सरकारी कार्यालयों व स्कूलों में जिंस, टीशर्ट और अमर्यादित शर्ट नहीं पहने कर आने के निर्देश दिए थे। इधर, शिक्षा विभाग के निदेशक ने 25 अप्रेल को जारी नए आदेश में किसी तरह के विवाद से बचने के लिए जिंस पेंट, टी शर्ट जैसी ड्रेस को हटाकर उसकी जगह गरिमापूर्ण गणवेश शब्द जोड़ दिया है। लेकिन, गरिमापूर्ण गणवेश क्या होगी, इसका आदेश में कहीं भी जिक्र नहीं है। इस संबंध में शिक्षक संगठनों ने गरिमापूर्ण गणवेश को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। प्रदेश के प्रत्येक जिले में अलग-अलग पहनावा है। ऐसे में शिक्षा निदेशक को गरिमापूर्ण पोशाक की स्पष्ट व्याया करनी चाहिए। साथ ही शिक्षा विभाग का प्रत्येक कर्मचारी अनुशासन, शिष्टाचार एवं नैतिकता की पालना हमेशा करता आ रहा है। गरिमापूर्ण पोशाक पहनने के आदेश का आधार क्या है।

हाल में ही जारी हुए हैं ये बड़े आदेश

शिक्षा निदेशक ने हाल ही में सरकार के आदेश में बदलाव कर गरिमापूर्ण पोशाक पहनने का आदेश जारी किया है। गरिमापूर्ण का मतलब कॉलर वाली कमीज तथा पेंट कट लगी हुई नहीं हो। ऐसी पोशाक पहनने से विद्यर्थियों पर अच्छा असर पड़ेगा। दरअसल, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने तीन माह पहले एक बयान में शिक्षकों के ड्रेस कोड को लेकर बात कही थी। लेकिन, बाद में आचार संहिता लागू हो गई। इस बीच 28 मार्च को मुय सचिव की ओर से ली गई बैठक में निर्देश दिए गए कि सभी राजकीय कार्यालयों में अधिकारी और कार्मिक गरिमापूर्ण पोशाक, अनुशासन, शिष्टाचार और नैतिकता की पालना करें। इसी बैठक के पैरा संया तीन में संयुक्त शासन सचिव नीतू राजेश्वर ने लिखा था कि जिंस-टी शर्ट व अशोभनीय वेशभूषा नहीं पहनी जाए।

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