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स्वास्थ्य विभाग के लिए अब भी चुनौती बना हुआ मलेरिया

locationचित्तौड़गढ़Published: Apr 24, 2019 11:18:12 pm

Submitted by:

Nilesh Kumar Kathed

लंबे समय से स्वास्थ्य विभाग मलेरिया उन्मूलन के लिए अभियान चलाने में लगा हुआ है लेकिन ये रोग अब भी चिकित्सकों के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। मलेरिया उन्मूलन का मामला भी अभी नहीं निपटा है। बारिश की सीजन में बड़ी संख्या में सामने आते मलेरिया केस के कारण विभाग का मिशन अब भी आधा-अधूरा है।

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स्वास्थ्य विभाग के लिए अब भी चुनौती बना हुआ मलेरिया

चित्तौडग़ढ़. लंबे समय से स्वास्थ्य विभाग मलेरिया उन्मूलन के लिए अभियान चलाने में लगा हुआ है लेकिन ये रोग अब भी चिकित्सकों के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। मलेरिया उन्मूलन का मामला भी अभी नहीं निपटा है। बारिश की सीजन में बड़ी संख्या में सामने आते मलेरिया केस के कारण विभाग का मिशन अब भी आधा-अधूरा है। मलेरिया रोग की रोकथाम,बचाव,उपचार,नियंत्रण के लिए जनजागरूकता के उद्देश्य से गुरुवार को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर मलेरिया के खतरे के प्रति लोगों को सचेत करने के लिए विभिन्न आयोजन होंगे। सीएमएचओ डॉ. इंद्रजीतसिंह ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक/माध्यमिक को विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को रोग के बारे में स्वास्थ्य शिक्षा दिए जाने के बारे में पत्र लिखा गया है। खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को विश्व मलेरिया दिवस पर विशेष घर-घर सर्वे, अनुपयोगी पानी को खाली कराना, कुलर, परिंडे, अनुपयोगी पानी से भरे टायरों, गमलो से पानी को खाली कराना आदि गतिविधिया आयोजित की जाएगी। नर्सिग प्रशिक्षण केन्द्र (एएनएमटीसी) एंव जीएनएम नर्सिग प्रशिक्षण केन्द्र (जीएनएमटीसी) में विश्व मलेरिया दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।
६६ हजार से अधिक घरों में की जांच
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक अप्रेल से 15 मई तक मलेरिया क्रेश कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के अन्तर्गत 24 अप्रेल तक ६६ हजार से अधिक घरों का सर्वे कर 2 लाख 40 हजार 8 15 व्यक्तियों को स्क्रीन किया गया है। इनमें 1505 बुखार के रोगी पाए गए। सर्वे के दौरान 1505 रक्त पट्किा संचयन किया गया। पांच हजार ३8 5 गमलों व 16 हजार 6 15 कूलर में भरे पानी को खाली करवाया गया। 21 अप्रेल 43 हजार 2 3 रक्त पट्किा संचयन किया गया जिसमें 10 पीवी केस पाए गए।

मलेरिया व डेंगू के लक्षण
मलेरिया: मलेरिया में प्राय: ठण्ड या सर्दी लगकर बुखार आता है एक या दो दिन छोडकर बुखर आना व तेज सिरदर्द, जी घबराना, हाथ पैर में दर्द होना आदि इस रोग के लक्षण है। यह रोग संक्रमित व्यक्ति से व मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है।
डेंगू: यह रोग भी मच्छर के द्वारा फैलता है। अचानक तेज बुखार, सिर में आगें की और तेज दर्द, ऑखो मे पीछे व ऑखों के हिलने मे दर्द, मांसपेषियों व जोडो मे दर्द, स्वाद का पता न चलना, भुख न लगना, छाती व ऊपरी अंगो पर दाने निकलना आदि डेंगू रोग के लक्षण है।
मलेरिया व डेंगू से बचाव के उपाय
प्राथमिक उपचार /समुचित उपचार के अभाव में मृत्यु भी सम्भव है।
अपने घर के आस-पास पानी एकत्रित न होने देवें। अनुपयोगी पानी को इकठ्ठा नहीं होने दे।
रूके हुए पानी के जला हुआ मोबिल ऑयल या गम्बुशिया मछलियां डालें।

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