सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रूपजी खेडा निवासी धर्मसिंह जाट पारिवारिक कारणों के चलते घर में हो रहे झगड़ों से काफी तंग था। इस बीच आज सुबह घर में एक बार फिर से किसी बात को लेकर परिवार में झगड़ा हो गया। इस दौरान धर्मसिंह ने अपने पुत्र अंकित और पुत्री चित्रा पर चाकू से वार कर घायल कर दिया और बाद में खुद ने विषाक्त सेवन कर लिया।
शोर शराबा होने पर आस-पास के लोग वहां पहुंचे तो माजरा देख कर सन्न रह गए। आस पास के लोगों की सहायता से तीनों को निम्बाहेड़ा अस्पताल लाया गया। जहां अंकित और चित्रा का उपचार निम्बाहेड़ा में चल रहा है और धर्मसिंह की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया।
गौरतलब है कि हाल ही कुछ दिन पूर्व भी जिले के भदेसर क्षेत्र के मंदिर का अगोरिया गांव में जमीन विवाद को लेकर एक प्रौढ़ ने विषाक्त पी लिया था। प्रौढ़ के हाथ से विषाक्त की बोतल छीनने के दौरान उसकी बेटी के हलक में भी विषाक्त उतर गया था। पिता-पुत्री को यहां सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। अस्पताल में ही भर्ती इन्द्रसिंह की पुत्री संतोष कंवर ने बताया कि उसके दादा जवानसिंह अपनी जमीन चाचा को देने की बात कह रहे थे। इसी बात से तनाव में आकर उसके पिता ने विषाक्त पी लिया। पिता के हाथ से बोतल छीनने के दौरान उसके मुंह में भी विषाक्त चला गया।