scriptबारिश के बाद अब बीमारियों का ‘कहर’ | After the rain, now 'havoc' of diseases | Patrika News

बारिश के बाद अब बीमारियों का ‘कहर’

locationचित्तौड़गढ़Published: Sep 18, 2019 11:38:07 pm

Submitted by:

Kalulal

मौसम में आए बदलाव के बाद मानसून के तेवर तो ढीले हुए लेकिन अब मौसमी बीमारियों ने सेहत बिगाडऩी शुरू कर दी है। बीमारियों की मार बढ़ते ही रोगियों को बेहतर उपचार मिलना भी कठिन हो गया है।

बारिश के बाद अब बीमारियों का 'कहर'

बारिश के बाद अब बीमारियों का ‘कहर’

चित्तौडग़ढ़. मौसम में आए बदलाव के बाद मानसून के तेवर तो ढीले हुए लेकिन अब मौसमी बीमारियों ने सेहत बिगाडऩी शुरू कर दी है। बीमारियों की मार बढ़ते ही रोगियों को बेहतर उपचार मिलना भी कठिन हो गया है।
हालात ये है कि जिले के सबसे बड़े सरकारी चिकित्सालय में मौसमी बीमारियों से पीडि़़त कई रोगियों को वार्डो में बैड के अभाव में फर्श पर उपचार कराने के लिए विवश होना पड़ रहा है। चिकित्सालय प्रशासन कि ओर से ३०० बैड की क्षमता वाले अस्पताल में 550 से अधिक बैड लगा रखे है। चिकित्सालय में बुधवार को मेल व फिमेल मेडिकल दोनों वार्डों में सभी बैड भरे होने से नए भर्ती हुए कई रोगी फर्श पर सोते मिले। इससे मरीजों में संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। बैड नहीं होने से वार्डों में मरीजों को फर्श पर भर्ती कर रोगियों को ड्रिप भी चढ़ाई जा रही है।
हर जगह लग रही लंबी कतारें
जिला अस्पताल के खुलते ही ओपीडी पर पर्ची कटवाने के लिए मरीजों की लाइन में लगना पड़ता है। पर्ची काउंटर पर पर्ची कटाने के लिए भी लंबी लाइनें लग रही है। मरीज को पर्ची कटवाने से लेकर भर्ती तक लगभग दो घंटे इंतजार के बाद फर्श मिलता है। इन मरीजों में सबसे अधिक मरीज मौसमी बीमारियों से पीडि़त है। भर्ती होने वाले मरीजों में वायरल बुखार, सर्दी-जुखाम के मरीजों की संख्या अधिक है। जिला अस्पताल में पिछले आठ दिनों में आउटडोर में प्रतिदिन आने वाले रोगियों की संख्या डेढ़ हजार से अधिकह है। मरीजों को डॉक्टर को दिखाने लिए भी लंबी लाइनों में लगना पड़ता है। डॉक्टरों को दिखाने के बाद मरीजों को एक बार फिर दवाइयां लेने के लिए लाइनों में लगना पड़ता है।
वार्ड में बेड पचास, भर्ती 80 मरीज
जिला अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड में 50 बेड लगे हुए है जहां पर बुधवार को लगभग 80 मरीज भर्ती है ऐसे में 30 मरीजों केा फर्श पर लेटा कर ईलाज किया जा रहा है। इसी तरह फिमेल वार्ड में 50 बेड की जगह 79 मरीज भर्ती थे।
पीएमओ ने किया वार्डों का निरीक्षण
पीएमओ डॉ. दिनेश वैष्णव ने मंगलवार रात को मेल व फिमेल वार्ड का निरीक्षण का वार्डों की व्यवस्था देखी। उन्होंने बताया कि वार्डों में गर्मी अधिक होने से चार बडे कूलर लगाए गए है। मौसमी बीमारियों के बढऩे से मरीजों को फर्श पर सोना पड़ रहा है, उसके लिए 50 बक्शे लगाए है जिससे ऐसी मरीजों को फर्श पर नहीं सुलाकर बक्शों पर सुलाया जा सकता है। अस्पताल में तीन सौ बेड स्वीकृत है उसके बाद भी 550 बेड लगा रखे है, लेकिन मौसमी बीमारियों के चलते मरीजों की संख्या अधिक है।
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