मामला चित्रकूट जिले के ऊंचाडीह का मजरा झलमल का है। यहां सबित लाल कोल अपने परिवार के साथ रहते हैं। सबित ने बताया कि सोमवार को उसकी मां शियावती अपने मायके बरगढ़ थाना क्षेत्र के लमही गांव जा रही थीं। उसके नाना की तबीयत खराब थी। इसलिए उसने अपनी मां को 200 रुपए देकर वहां भेज दिया। सास को पैसा देना अंजू (22) को नागवार गुजरा और उसकी मुझसे कहासुनी हुई।
पत्नी से झगड़ा शांत होने पर बाहर चला गया, आधे घंटे बाद जब वह घर आया तो देखा कि अंजू और दोनों बच्चे सुधीर (3) और 8 महीने का सुदीप घर में नहीं थे। घर में आवाज लगाने पर जब कहीं नहीं दिखे, तो सबित आसपास तीनों को ढूंढने लगा।
सबित के साथ गांव के लोग भी तीनों की तलाश करने लगे। शक होने पर गांव के लोगों ने जब कुएं में देखा, तो तीनों के शव कुएं में उतरा रहे थे। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पर एसपी अरुण कुमार सिंह, एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी, एसडीएम पंकज वर्मा, सीओ जयकरन सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से तीनों शवों को बाहर निकाला। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।
कुछ लोगों ने बताया की अंजू को बच्चों के साथ खेत की तरफ जाते देखा था। मगर, इस ओर ध्यान नहीं दिया। इसी वजह से हम लोग उन्हें खोजते-खोजते करीब एक किमी दूर खेतों में पहुंचे। जहां कुएं में झांका तो तीनों की लाशें दिखीं। अंजू की कमर में दोनों बच्चे बंधे थे।
SP चित्रकूट SP अरुण कुमार सिंह ने बताया कि मात्र 200 रुपए के विवाद में अंजू ने दोनों बच्चों के साथ जान दी है। पति के मुंह में कुछ लगा होने पर मरहम पट्टी कराने गया था। उसी समय घटना हुई। फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड टीम से जांच कराई गई है। मायके पक्ष का इंतजार किया जा रहा है। तथ्यों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम से परिवार को मदद दिलाई जाएगी।