72 घण्टे बाद भी बच्चों व अपहर्ताओं का सुराग नहीं चर्चाओं का बाजार गर्म
वारदात के 72 घण्टे बाद भी न तो बच्चों और न ही अपहरणकर्ताओं का लोकेशन ट्रेस हो पाया है पुलिस को। अलबत्ता चर्चाओं का बाजार गर्म है। कभी लाखों की फिरौती मांगे जाने की चर्चा हो रही है तो कभी दस्यु गैंगों का नाम आ रहा है वारदात में। इसके इतर दोनों राज्यों की पुलिस के उच्चाधिकारियों का कहना है कि अभी तक फ़िलहाल किसी बड़े दस्यु गैंग का हांथ सीधे तौर पर वारदात में सामने नहीं आ रहा है। उनके नाम पर कुछ शातिराना लोगों द्वारा घटना को अंजाम देने की आशंका है। पीड़ित परिवार की किसी से कोई रंजिश भी सामने नहीं आ रही है ऐसे में हो सकता है कि व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा को लेकर बच्चों के अपहरण की वारदात को अंजाम दिया गया हो। मध्य प्रदेश पुलिस के एडीजी से लेकर आईजी जोन रीवा व एसपी सतना तक सीमावर्ती इलाके में कैम्प कर रहे हैं साथ ही चित्रकूट(यूपी) पुलिस भी लगातार हांथ पांव मार रही है तफ़्तीश को लेकर।
सुराग देने वाले को पुलिस व स्कूल प्रबंधन की ओर से इनाम की घोषणा
इस बीच अपहर्ताओं का सुराग देने वाले को मध्य प्रदेश पुलिस ने 50 हजार जबकि स्कूल प्रबंधन ने 1 लाख का इनाम देने की घोषणा की है। आईजी रीवा चंचल शेखर ने बताया कि लगातार अपहर्ताओं का सुराग लगाने का प्रयास जारी है। कई सङ्गदिग्ध लोगों को भी ट्रेस किया गया है। कुछ तथ्य निकलकर आ रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द सफलता मिलेगी। उधर पीड़ित परिजनों को सांत्वना देने का सिलसिला जारी है। लोग ऊपरवाले से बच्चों की सकुशल वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं।
यह थी पूरी घटना
घटना 12 फरवरी की है। यूपी एमपी(मध्य प्रदेश) सीमा पर स्थित नया गांव थाना क्षेत्र अंतर्गत सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट परिसर में स्थित ट्रस्ट द्वारा संचालित विद्याधाम इंग्लिश मीडियम स्कूल की है। जानकारी के मुताबिक चित्रकूट के कर्वी कोतवाली क्षेत्र स्थित सीतापुर इलाके में रहने वाले तेल के बड़े कारोबारी बृजेश रावत के जुड़वां बेटे देवांश व शिवांश क्रमशः विद्याधाम स्कूल में क्रमशः एलकेजी व यूकेजी में पढ़ते हैं। मंगलवार 12 फरवरी दोपहर करीब एक बजे स्कूल की छुट्टी होने पर दोनों भाई घर जाने के लिए स्कूल बस में सवार हुए। उसी दौरान मुंह बांधे आए बाइक सवार दो बदमाशों ने तमंचे की नोक पर बस में चढ़कर दोनों भाइयों का अपहरण कर लिया और बाइक में बैठाकर फरार हो गए।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
पूरी वारदात स्कूल परिसर व बस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। लेकिन मुंह बांधे अपहरणकर्ताओं की पहचान कर पाने में पुलिस को मुश्किल हो रही है। सीसीटीवी में स्पष्ट देखा जा सकता है कि किस तरह तमंचा लेकर बदमाश स्कूल बस में चढ़े और दोनों जुड़वां भाईयों को अगवा करते हुए बाइक पर बैठाकर स्कूल परिसर से फरार हुए।