आप जैसा कर्म करोगे वैसा ही फल मिलेगा : शास्त्रीजी
छिंदवाड़ाPublished: Jul 15, 2019 11:52:42 am
अष्टान्हिका पर्व पर गोलगंज में प्रवचन
आप जैसा कर्म करोगे वैसा ही फल मिलेगा : शास्त्रीजी
छिंदवाड़ा. अष्टाह्निका पर्व पर इन दिनों गोलगंज में बाल ब्रह्मचारी पं. अभिनंदन शास्त्री के प्रवचन चल रहे हैं। रविवार को अपने प्रवचनों में उन्होंने कहा कि जैन दर्शन कर्म प्रधान है।
आप जैसा कर्म करोगे वैसा फ ल पाओगे अर्थात वैसी गति मिलेगी, निर्णय आपके हाथ में है। आपको शुभ,अशुभ कर्म करते हुए संसार का चक्कर बढ़ाना है या शुभ, अशुभ से पार शुद्धात्मा को जानकर उसमें रमण करते हुए शुद्ध भाव से मोक्षमार्ग पर चलकर सिद्ध अवस्था को प्राप्त करना है, जहां सदा-सदा के लिए आत्मीय अनंत सुख का भोग करोगे। शास्त्रीजी ने कहा आज तक जितने भी तीर्थंकर भगवन्त हुए हैं वे सब आपकी तरह ही संसारी थे उन्होंने अपनी कीमत अर्थात शुद्धात्मा को जाना और उसमें रमण करते हुए भक्त से भगवान बन गए। आप भी अपनी कीमत पहचानो। आप सभी भव्य जीव भगवान बन सकते हो। एक क्षण भी विषय कषाय में बर्वाद मत करो। आपने अनादि काल से अनंत जन्मों में अनंत पर्याय धारण की है ओर सभी जगह दुख ही दुख उठाया है।
अब अवसर आया है इस जन्म मरण के दुखों से पार होने का अत: वीतरागी देव, शास्त्र,गुरु भगवन्तों की शरण मे जिन शुद्धात्मा की रुचि जगाओ और आचार्य भगवंतों द्वारा बताए मोक्ष मार्ग पर चलकर भक्त से भगवान बन जाओ यही श्रीगुरु की दिव्य देशना है।
भक्तिपाठ से होगी कलश स्थापना
छिंदवाड़ा. संत निवास गोलगंज में सोमवार को सुबह आषाढ महीने की चौदस के दिन सुबह 8 बजे पांचों मुनियों के सानिध्य में चतुर्मास की स्थापना भक्तिपाठ से होगी। मंगलवार को यहां गुरुपूर्णिमा उत्सव मनाया जाएगा। 19 जुलाई केा दोपहर 1.30 बजे चतुर्मास कलश की स्थापना का आयोजन किया गया है। आयोजन से जुड़े नंदन जैन ने बताया कि रविवार को मुनि निस्समीमसागर ने रत्करंड श्रावकाचार गं्रथ के श्लोक 50 और 51 की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को सांसारिक भोगों से कभी तृप्ति नहीं मिलती है।
गृहस्थों को चाहिए कि वे प्रतिदिन देवपूजा, गुरु उपासना, स्वाध्याय, संयम, तप और दान करे । उन्होंने कहा कि जो शिष्य गुरु के वचनों का पालन करता है वह निश्चित ही निर्वाण को प्राप्त करता है।