पेट्रोल पंप में सीसीटीवी फुटेज देखने का प्रयास भी किया गया। बस में छिंदवाड़ा तक सफर कर रहे कम्प्यूटर एक्सपर्ट श्रवन कुमार ने मदद करने की बात पर जब पेट्रोल पंप का सीसीटीवी फुटेज देखना चाहा तो कम्प्यूटर का माउस ही नहीं चला। जब महिला ने बस में भी सीसीटीवी की जरूरत की बात कही तो पता लगा कि बस में सिर्फ सीसीटीवी की निगरानी का पम्पलेट ही चिपका है कैमरा नहीं लगा है।
अमूमन लम्बे रूट के सफर में यात्रियों को बुकिंग काउंटर से नाम, पता व मोबाइल नंबर लिखवाकर सीट नंबर लेना पड़ता है। रीवा से छिंदवाड़ा आ रही बस में देर रात 12 बजे के बाद बीहड़ जैसे स्थान पर किसी यात्री बस को रोककर यात्री बैठाना काफी महंगा पड़ा। इसमें सिर्फ किराया लेकर बिना पतासाजी कर लंबे रूट के यात्रियों के साथ सहयात्री बना दिया जाता है। कई बार सीट नहीं होने की स्थिति में उनके साथ सीट भी साझा कर दी जाती है। सिवनी छपारा का सौ रुपए का टिकट लेकर बीच रास्ते ही उतरने वाले उस यात्री पर शक की सुई इसीलिए भी घूमी।
मामला तिलवारा थाने के अंतर्गत था। कई किमी आगे आने के बाद बरगी थाना मिला तो महिला ने अपनी समझदारी का परिचय देते हुए वहां शिकायत करना उचित समझा। वहीं उसी थाने के अंतर्गत गश्त करने वाले100 डायल के पुलिस कर्मिंयों ने सहयोग करते हुए महिला से वहीं पर शिकायत लिखवाई और तिलवारा थाने तक पहुंचाने का वायदा किया। साथ ही उन्हें सुबह आने की ताकीद भी दी।