बोर्ड परीक्षा में तनाव से रहें दूर
छिंदवाड़ाPublished: Feb 18, 2019 05:02:41 pm
पालकों को रखना होगा विशेष ध्यान
बोर्ड परीक्षा में तनाव से रहें दूर
छिंदवाड़ा. बोर्ड परीक्षाएं काफी नजदीक है। ऐसे में छात्रों और अभिभावकों की चिंता बढऩा स्वाभाविक है, लेकिन ‘चिंता से चतुराई घटे’ को याद रखते हुए बुद्धिमत्तापूर्ण चतुराई का प्रयोग करना ही श्रेष्ठ साबित होता है।
यह कहना है सेंट्रल स्कूल के सीनियर शिक्षक डीके सिंह का। उन्होंने बोर्ड परीक्षा के दौरान पालक को बच्चे के प्रति व्यवहार को लेकर जरूरी सुझाव दिए। कहा कि अभिभावक बच्चे के स्कूल से साल भर का रिजल्ट लें। संबंधित विषय के शिक्षक से बात करके उसका प्रदर्शन स्तर समझें।
बच्चे की योग्यता से ज्यादा अपेक्षा न रखें, यह उन पर दबाव बढ़ाती है। यदि बच्चे का साल भर का प्रदर्शन स्तर संतोषजनक नहीं है तो सहानुभूति पूर्ण रवैया अपनाते हुए उसकी पढ़ाई का एक उपयुक्त टाइम टेबल बनाने में मदद करें। बच्चा जिस विषय में कमजोर है उसमें उसे सलेक्टेड तैयारी करवाएं। इसमें आप शिक्षक से गाइडेंस ले सकते हैं। फेल हो जाने से अच्छा है कि बच्चा कम नंबर से ही सही पास हो जाए।
वरिष्ठ शिक्षक ने कहा कि हर बच्चा यूनिक है, उसकी तुलना दूसरे बच्चे से न करें। अगर बच्चा समझ नहीं पा रहा है तो योग्य काउंसलर से मिलें और उसकी काउंसलिंग कराएं। जिससे वांछित परिणाम मिल सके। उन्होंने कहा कि पालकों को परीक्षा के समय बच्चे के खानपान का एवं सोने, उठने के टाइम टेबल पर विशेष ध्यान देना होगा। उचित आहार एवं केयर बच्चे में ऊर्जा का संचार करेगी। बच्चे को प्यार से समझाते हुए उसे मोबाइल एवं टीवी से दूर करने का प्रयास करें। देखा जा रहा है कि मोबाइल एडिक्शन पढ़ाई में सबसे बड़ा बाधक है।