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Railway: यहां 112 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन, जानिए क्या है वजह

locationछिंदवाड़ाPublished: Feb 12, 2020 12:04:13 pm

Submitted by:

ashish mishra

बड़ी रेल लाइन पर मंगलवार को स्पीड ट्रायल किया गया।

Railway: यहां 112 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन, जानिए क्या है वजह

Railway: यहां 112 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन, जानिए क्या है वजह

छिंदवाड़ा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक बनी बड़ी रेल लाइन पर मंगलवार को स्पीड ट्रायल किया गया। एक बोगी लगी डीजन इंजन को भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक अधिकतम 112 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। हालांकि अधिकारियों ने 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की ही पुष्टि की। अधिकारियों की मानें तो स्पीड ट्रायल के दौरान ओएमएस मशीन ने कोई खामी नहीं बताई है। ऐसे में संभावना है कि इस रेलमार्ग पर ट्रेन परिचालन की अधिकतम गति 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक की जा सकती है। इससे पहले मंगलवार सुबह बिलासपुर रेलवे कार्यालय से चीफ ट्रैक इंजीनियर ए साई बाबा, नागपुर से सीनियर डीईएन कोऑर्डिनेशन एके सूर्यवंशी, डीईएन नॉर्थ एके सिंह, एडीईएन एसके साहू, ओपन लाइन के मुस्तकीम खान सहित अन्य रेलवे विभाग के अधिकारी, कर्मचारी छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने दोपहर 12.18 बजे एक बोगी लगे इंजन के साथ भंडारकुंड तक स्पीड ट्रायल किया। छिंदवाड़ा से भंडारकुंड कुल 35 किमी के सफर के दौरान टे्रन को अधिकतम 112 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। ट्रेन छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक का सफर 32 मिनट में पुरा करते हुए भंडारकुंड दोपहर 12.50 बजे पहुंची।
ट्राली से ब्रिज नंबर-83 का भी हुआ निरीक्षण
बिलासपुर एवं नागपुर से आए रेलवे अधिकारियों ने छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक स्पीड ट्रायल करने के बाद भिमालगोंदी तक बने रेलमार्ग का भी ट्राली से निरीक्षण किया। ब्रिज नंबर-83 पर अधिकारी काफी समय रुके। वहीं दूसरी तरफ छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन के स्थानीय अधिकारी दोपहर 1.47 बजे ट्र्रेन के साथ भंडारकुंड से वापस छिंदवाड़ा लौटे। इस दौरान भी ट्रेन को अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया।

इलेक्ट्रिक इंजन में आई तकनीकी खामी
रेलवे अधिकारियों को छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक इलेक्ट्रिक इंजन से स्पीड ट्रायल करना था, हालांकि अचानक इलेक्ट्रिक इंजन में तकनीकी खामी आने पर अधिकारियों को डीजल इंजन से स्पीड ट्रायल करना पड़ा।

अब आगे क्या
इतवारी से केलोद एवं भिमालगोंदी तक सीआरएस ने 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक ट्रेन के परिचालन की अनुमति दे रखी है। वहीं अब तक छिंदवाड़ा से भंडारकुंड रेलमार्ग पर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक ट्रेन चलाने की अनुमति थी। अब स्पीड ट्रायल के बाद चीफ ट्रैक इंजीनियर बिलासपुर में उच्च अधिकारियों से चर्चा करेंगे। इसकी रिपोर्ट भी सीआरएस के पास भेजी जाएगी। जिसके बाद रेलवे यह निर्णय लेगा कि छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक ट्रेन अधिकतम कितने स्पीड तक चलाई जा सकती है।
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