नियमानुसार विभागीय परीक्षा में आरक्षक शामिल भी हुए और परीक्षा भी दी। परिणाम आया तो उसमें पास भी हुए और एक उम्मीद भी जाग गई कि अब जल्द ही पदोन्नति हो जाएगी। प्रमोशन मिलता तो वेतन बढऩे के साथ ही आगे और पदोन्नत होने के रास्ते भी साफ हो जाते। किन्तु एक लम्बा अरसा बीत चुका है पर पुलिसकर्मियों को प्रमोशन नहीं दिया गया। समय के साथ व्यवस्था के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्रमोशन नहीं होने के कारण वेतन से लेकर अन्य सुविधाएं भी नहीं मिल रहीं हैं। अब तक वरिष्ठ अधिकारी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।
लेंगे मार्गदर्शन मामला पुराना हो चुका है, इसीलिए रिकॉर्ड देखा जाएगा। वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर शासन के नियमानुसार दस्तावेजी कार्रवाई की जाएगी। -मनोज कुमार राय, एसपी, छिंदवाड़ा