माचागोरा डैम तक सडक़ का निर्माण
लोगों ने कहा कि सिद्धपीठ कपुरधा और चीचगांव मंदिर में व्यवस्थाएं बनाकर विकसित किया जाए। मुख्य सडक़ से माचागोरा डैम तक सडक़ का निर्माण और चौरई से हिवरखेड़ी तक बंद पड़े मार्ग को जल्द ही पुन: चालू कराया जाए। कृषि आधारित क्षेत्र होने की वजह से यहां भविष्य में रैक पाइंट बनना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी बैंकों की शाखाएं खोलकर बैंकिंग का विस्तार और आमजन की सुविधा के लिए चौरई में उपकोषालय खुले।
कृषि कॉलेज की मांग
चौरई विधानसभा क्षेत्र की जनता ने बताया कि कृषि बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से चौरई और चाँद के मध्य कृषि महाविद्यालय होना चाहिए। युवाओं के लिए तकनीकी शिक्षा के लिए चौरई में कोई संस्थान नहीं है। नगरीय क्षेत्र चौरई और चांद में आमजन के लिए सर्वसुविधायुक्त पार्क का भी निर्माण होना चाहिए। वहीं युवाओं को रोजगार के लिए उद्योग की स्थापना की जाए। साथ ही बंद पड़े सोयाबीन प्लांट के स्थान पर अन्य उद्योग को चालू कराया जाए। चौरई-चांद-बिछुआ को मिलाकर विद्युत विभाग और पीएचई विभाग का संभागीय कार्यालय चौरई में खुलना चाहिए। पेंच नेशनल पार्क के लिए चौरई क्षेत्र में गेट बनना चाहिए, साथ ही क्षेत्र के डोंगरदेव और गोन्दरदेव को पर्यटन क्षेत्र का दर्जा मिले।