script

बजट मिला तो मार्च 2020 से मिलेगी छिंदवाड़ा से जबलपुर तक ट्रेन, 400 करोड़ की डिमांड, कार्यों की धीमी है रफ्तार

locationछिंदवाड़ाPublished: Mar 19, 2019 12:28:30 pm

Submitted by:

ashish mishra

छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ड परियोजना की रफ्तार बजट के अभाव में धीमी पड़ गई है।

patrika

बजट मिला तो मार्च 2020 से मिलेगी छिंदवाड़ा से जबलपुर तक ट्रेन, 400 करोड़ की डिमांड, कार्यों की धीमी है रफ्तार

छिंदवाड़ा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ड परियोजना की रफ्तार बजट के अभाव में धीमी पड़ गई है। हालांकि रेलवे निर्माण विभाग के अधिकारियों की मानें तो छिंदवाड़ा से नैनपुर तक कुल लगभग 140 किमी रेलमार्ग का कार्य 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। विभाग ने रेलवे से नए वित्तीय वर्ष में 400 करोड़ रुपए की डिमांड की है। हालांकि बीते वित्तीय वर्ष में डिमांड के अनुसार बजट न मिलने से परियोजना के कार्य धीमी गति से चल रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2018-19 में 125 करोड़ रुपए मिले थे। अब अगला बजट मिलने के बाद ही आगे के कार्य पूरे किए जाएंगे। मार्च 2020 तक रेलवे ने छिंदवाड़ा से नैनपुर तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। अधिकारियों का कहना है कि अप्रैल या फिर मई 2020 से लोगों को छिंदवाड़ा, सिवनी, नैनपुर होते हुए जबलपुर तक ट्रेन मिलने लगेगी।
1 नवंबर 2015 से बंद हुई थी नैरोगेज
1 नवंबर 2015 को नैनपुर-छिंदवाड़ा, नैनपुर-मंडला, नैनपुर-बालाघाट और नागपुर-छिंदवाड़ा पर नैरोगेज को एवं एक अक्टूबर 2015 से जबलपुर-नैनपुर खंड पर नैरोगेज को बंद कर दिया गया था।
नैनपुर से जबलपुर तक चल रही है ट्रेन
छिंदवाड़ा से जबलपुर के लिए सीधे ट्रेन मार्च 2020 के बाद ही लोगों को मिल पाएगी। गौरतलब है कि नैनपुर से जबलपुर कुल 125 किमी रेलमार्ग पर ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है। अब नैनपुर से सिवनी होते हुए छिंदवाड़ा रेलमार्ग का कार्य हो रहा है। यहां कार्य पूरा होते ही लोगों को छिंदवाड़ा, सिवनी, नैनपुर होते हुए जबलपुर तक ट्रेन मिलेगी। रेल अधिकारियों के अनुसार नैनपुर से छिंदवाड़ा के बीच 70 प्रतिशत कार्य हो चुका है। बजट के अभाव में कार्यों की रफ्तार भले ही धीमी हो, लेकिन मार्च 2020 तक हम कार्य पूरे कर लेंगे।
वर्ष 2010 में प्रस्ताव हुआ था स्वीकृत
छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ड रेल परियोजना का प्रस्ताव वर्ष 2010 में स्वीकृत हुआ था। रेल अधिकारियों के अनुसार प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद अतिक्रमण, अधिग्रहण और वनभूमि की प्रक्रिया पूरी करने में थोड़ा समय लगा। वर्ष 2015 से कार्य तेज गति से किए जा रहे हैं। अब परियोजना को पूरा करने में कोई पेंच नहीं है। बजट मिलते ही कार्य निर्धारित लक्ष्य तक पूरा हो जाएगा।
छोड़े-बड़े 214 ब्रिज
छिंदवाड़ा से सिवनी होते हुए नैनपुर और मंडला फोर्ट स्टेशन जाने वाला रेलमार्ग 182 किमी लंबा है। छिंदवाड़ा से नैनपुर के बीच छोटे-बड़े कुल 214 ब्रिज हैं। अब तक अधिकतर ब्रिज बन चुके हैं।
छिंदवाड़ा से नैनपुर तक नौ रेलवे स्टेशन
छिंदवाड़ा से नैनपुर रेलमार्ग में नौ रेलवे स्टेशन और 13 पैसेंजर हाल्ट हैं। छिंदवाड़ा, झिलमिली, काराबोह, पीपरडाही, सिवनी, भोमा, पलारी, केवलारी और नैनपुर में स्टेशन का अधिकतर कार्य हो चुका है।
चारों दिशा में दौड़ेगी ट्रेन
नैनपुर रेलवे स्टेशन को पहले नैरोगेज के एशिया के सबसे बड़े जंक्शन का दर्जा प्राप्त था। इस स्टेशन से चारों दिशाओं में ट्रेन दौड़ती थी। आमान परिवर्तन के बाद फिर से चारों दिशाओं में ट्रेन दौड़ेगी। फिलहाल दो दिशा में ट्रेन दौड़ रही है। छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट करीब 182 किमी का रेल खंड 1322 करोड़ की लागत से स्वीकृत हुआ था। नैनपुर-चिरईडोंगरी के बाद मंडला और फिर सिवनी-छिंदवाड़ा तक ब्राडगेज का काम पूरा होते ही ये रेलवे स्टेशन चारों दिशाओं में स्थित बड़े शहर जबलपुर, नागपुर, गोंदिया और मंडला से पुन: जुड़ जाएगा।
हो चुके हैं 70 प्रतिशत कार्य
रेल निर्माण विभाग छिंदवाड़ा के डिप्टी सीई एमआई लावनकर का कहना है कि छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट रेल परियोजना में 400 करोड़ रुपए की डिमांड की गई है। परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य फरवरी 2020 रखा गया है। 70 प्रतिशत कार्य हो चुका है।

ट्रेंडिंग वीडियो