जन्म से पहले ही मार दिए गए 7119 भ्रूण
मध्यप्रदेश में वर्ष 2007 से 2017-18 की अवधि में 6,28,941 चिकित्सकीय गर्भपात किए गए। इस अवधि में छिंदवाड़ा में 7119 गर्भपात के मामले शामिल हैं। गर्भावस्था के दौरान महिला की स्थिति जटिल होना, बच्चे के विकास में कोई गम्भीर विकृति पता चलना, भ्रूण का विकास न होना अथवा किसी वजह से गर्भ नहीं रखना आदि कारणों से चिकित्सकीय गर्भपात किया जाता है। अवैधानिक रूप से परीक्षण कराने से भी जन्म से पहले शिशुओं की मौत हो जाती है।
यह भी प्रमुख वजह
19.2 प्रतिशत विलम्ब और जटिल प्रसव के कारण
20.8 प्रतिशत निमोनिया, सेप्सिस और संक्रमण के कारण
8.1 प्रतिशत जन्मजात असामान्यताओं की वजह से
35.9 प्रतिशत समय से पहले प्रसव या कम वजन से
16 प्रतिशत समय से पूर्व जन्म लेने वाले बच्चों को कोलेस्ट्रम फीडिंग न होना आदि शामिल हैं।