अस्पताल की बिल्डिंग जर्जर
छिंदवाड़ाPublished: Jul 15, 2019 05:12:11 pm
छतों से टूटकर गिर रहा प्लास्टर
अस्पताल की बिल्डिंग जर्जर
गुढ़ी अम्बाड़ा. वेकोलि प्रबंधन द्वारा कोयले की खदानों में कार्यरत कर्मचारी व उसके परिवार की मूलभूत समस्याओं के समाधान के अलावा स्वास्थ्य व्यवस्था की जिम्मेदारी भी वेकोलि प्रबंधन की होती है। इसके लिए वेकोली द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर अस्पताल खोले गए जहां पर कर्मचारी अपना व अपने परिवार का इलाज करवा सके। लेकिन उपक्षेत्र अम्बाडा के अंतर्गत आने वाली मोहन कॉलरी अस्पताल में डॉक्टर का अभाव तो पहले से ही था जिसकी वजह से अस्पताल का संचालन फार्मासिस्ट व आया के भरोसे होता है। इसके अलावा दवाइयों का भी टोटा इस अस्पताल में बना हुआ है। इन सभी समस्याओं के बावजूद भी इस अस्पताल की सबसे बड़ी समस्या है अस्पताल बिल्डिंग का जर्जर होना । रखरखाव व मरम्मत ना होने की वजह से अस्पताल की बिल्डिंग जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। इसके अलावा अधिकतर जगहों पर छत का प्लास्टर टूट कर जमीन पर गिर रहा है।
अस्पताल भवन के कमरे की छत से प्लास्टर टूट कर गिरने की वजह से वहां पर कार्यरत कर्मचारी एवं मरीजों को इस टूट कर गिरते प्लास्टर की वजह से घायल होने से इनकार नहीं किया जा सकता जो किसी बड़ी घटना हो सकती है। वेकोलि प्रबंधन ने करोड़ों रुपए से वेकोलि क्वार्टरों व अधिकारियों के बंगलों की रिपेयरिंग का कार्य करवाया जा रहा है लेकिन ना जाने क्यों इस जर्जर अवस्था में पहुंच चुके अस्पताल की मरम्मत करवाने की ओर उनका ध्यान क्यों नहीं जा रहा है यह बात समझ से परे है।