रिजर्व बैंक से नहीं आ रहे बड़े नोट
सूत्रों के अनुसार रिजर्व बैंक ने कहा है कि अप्रैल के पहले बड़े नोट उपलब्ध कराना संभव नहीं है। वर्तमान में मार्केट से 2000 और 500 रुपए के नोट कम हो गए हैं। रिजर्व बैंक से केवल 200 रुपए के नोट मिल रहे हैं, जिससे एटीएम रिफिल किए जा रहे हंै, लेकिन छोटे नोट होने की वजह से एटीएम जल्दी खाली हो जा रहे हैं।
50000 देने में भी बैंकों के छूट रहे पसीने
ग्राहक को 50000 रुपए कैश देने में भी स्टेट बैंक के पसीने छूट रहे हैं। कैश की कमी के कारण बैंक ग्राहक को १०००० रुपए से काम चलाने को बोल रहे हैं। अप्रैल और मई में भावांतर का पैसा बांटने के लिए कैश की जरूरत पड़ेगी, यानी समस्या से दो माह तक निजात मिलना मुश्किल है।
छिंदवाड़ा जिला बना पेमेंट इकोनॉमी
छिंदवाड़ा में कैश की समस्या की दूसरी वजह यहां पेमेंट इकोनॉमी बनना बताया जा रहा है। पेमेंट इकोनॉमी का मतलब यहां से लोग पैसा निकालकर नागपुर और जबलपुर में खरीदी कर रहे हैं, जिसकी वजह से छिंदवाड़ा बड़ी मात्रा में रुपए नागपुर और जबलपुर जा रहे हैं।
निजी बैंक नहीं कर रहे मदद
जानकारी के अनुसार निजी बैंकों के पास पैसे की आमद हो रही है, लेकिन निजी बैंक पैसे अपने ब्रांच नागपुर और जबलपुर को भेज रहे हैं। अगर निजी बैंक छिंदवाड़ा में पैसा उपलब्ध कराएं तो कुछ हद तक समस्या से निजात मिल सकती है।
200 के नोट आ रहे हैं
रिजर्व बैंक की तरफ से दो सौ तक के नोट आ रहे हैं। बुधवार को हुई बैठक में भी इस पर चर्चा हुई। डिमांड के अनुसार सप्लाई नहीं हो पा रही है। जल्द ही स्थिति सुधर जाएगी।
एचआर मीणा, लीड बैंक अधिकारी