फूलों के रथ पर विराजमान महाराजा
फूलों के रथ पर विराजमान ‘छिंदवाड़ा के महाराजा’ की आकर्षक छठा ने भक्तों का मन मोह लिया। गुरैया से निकली विजर्सन यात्रा में मातृशक्ति हाथों में ध्वज लेकर चल रही थी। वहीं लगभग एक लाख वाट का साउंड सिस्टम और मुम्बई से आई लाइटिंग डीजे ने विसर्जन यात्रा को चार चांद लगा दिया। महाराष्ट्र के रामश्याम झांकी प्रमोटर महाराजा के रथ की आगवानी की। यात्रा में सुप्रसिद्ध ढोल वादक ने अनुपम प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोहा। शाम लगभग छह बजे शोभायात्रा इएलसी चौक पहुंची। इस दौरान महाराजा की विदाई देने भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। नगर भ्रमण के पश्चात देर रात महाराजा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। वहीं महाकाल गणेश उत्सव समिति द्वारा स्थापित की गई गणेश प्रतिमा की विसर्जन यात्रा महाराष्ट्र और दुर्ग के प्रसिद्ध बैंजो फ्रेंड्स धमाल ग्रुप के साथ यह निकली। शोभायात्रा न्यू रेक प्वाइंट के पास से प्रारम्भ हुई और शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए छोटा तालाब पहुंची। यहां प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
फूलों के रथ पर विराजमान ‘छिंदवाड़ा के महाराजा’ की आकर्षक छठा ने भक्तों का मन मोह लिया। गुरैया से निकली विजर्सन यात्रा में मातृशक्ति हाथों में ध्वज लेकर चल रही थी। वहीं लगभग एक लाख वाट का साउंड सिस्टम और मुम्बई से आई लाइटिंग डीजे ने विसर्जन यात्रा को चार चांद लगा दिया। महाराष्ट्र के रामश्याम झांकी प्रमोटर महाराजा के रथ की आगवानी की। यात्रा में सुप्रसिद्ध ढोल वादक ने अनुपम प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोहा। शाम लगभग छह बजे शोभायात्रा इएलसी चौक पहुंची। इस दौरान महाराजा की विदाई देने भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। नगर भ्रमण के पश्चात देर रात महाराजा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। वहीं महाकाल गणेश उत्सव समिति द्वारा स्थापित की गई गणेश प्रतिमा की विसर्जन यात्रा महाराष्ट्र और दुर्ग के प्रसिद्ध बैंजो फ्रेंड्स धमाल ग्रुप के साथ यह निकली। शोभायात्रा न्यू रेक प्वाइंट के पास से प्रारम्भ हुई और शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए छोटा तालाब पहुंची। यहां प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
हर तरफ बप्पा का जयघोष
दस दिवसीय गणेश उत्सव के बाद शुक्रवार से ही जिले में गणेश प्रतिमा विसर्जन प्रारम्भ हो गया था जो रविवार को भी चलता रहा। अबीर गुलाल उड़ाते भक्तों ने भक्ति भाव से घर में और सार्वजनिक स्थानों पर विराजे भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। विसर्जन स्थल पर कहीं सामूहिक आरती के स्वर गूंजते रहे तो कहीं परिवारजन अपने घर पर विराजी प्रतिमा को कपूर की आरती के साथ विदा करते दिखे। शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में नदी तालाबों में विसर्जन के लिए बच्चे, युवा, बुजुर्ग के अलावा महिलाएं बड़ी संख्या में पहुंचीं। शहर के छोटा तालाब, नागपुर रोड पर कुलबेहरा, परासिया रोड पोआमा, गुरैया रोड पर दिनभर गाजे-बाजे के साथ छोटी बड़ी प्रतिमाएं विसर्जित होने पहुंची। देर रात तक घाटों पर गणेश प्रतिमा विसर्जन का सिलसिला चलता रहा। विसर्जन के पश्चात घाटों पर लगे मेले में बच्चे, महिलाओं ने जमकर खरीदारी भी की।
दस दिवसीय गणेश उत्सव के बाद शुक्रवार से ही जिले में गणेश प्रतिमा विसर्जन प्रारम्भ हो गया था जो रविवार को भी चलता रहा। अबीर गुलाल उड़ाते भक्तों ने भक्ति भाव से घर में और सार्वजनिक स्थानों पर विराजे भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। विसर्जन स्थल पर कहीं सामूहिक आरती के स्वर गूंजते रहे तो कहीं परिवारजन अपने घर पर विराजी प्रतिमा को कपूर की आरती के साथ विदा करते दिखे। शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में नदी तालाबों में विसर्जन के लिए बच्चे, युवा, बुजुर्ग के अलावा महिलाएं बड़ी संख्या में पहुंचीं। शहर के छोटा तालाब, नागपुर रोड पर कुलबेहरा, परासिया रोड पोआमा, गुरैया रोड पर दिनभर गाजे-बाजे के साथ छोटी बड़ी प्रतिमाएं विसर्जित होने पहुंची। देर रात तक घाटों पर गणेश प्रतिमा विसर्जन का सिलसिला चलता रहा। विसर्जन के पश्चात घाटों पर लगे मेले में बच्चे, महिलाओं ने जमकर खरीदारी भी की।
आज चल समारोह में दिखेगा आकर्षक करतब
श्री बालाजी सेवा समिति गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा मंगलवार को निकालेगी। आयोजकों ने बताया कि 18 फीट ऊंचे गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा दोपहर 12 बजे छोटी बाजार बड़ी माता मंदिर के पास से प्रारम्भ होगी। नगर भ्रमण के पश्चात छोटा तालाब में प्रतिमा विसर्जन किया जाएगा। चल समारोह में विशेष तौर पर आकर्षक करतब दिखाने अमृतसर से अखाड़ा पहुंचेगा। वहीं ओम शिव काल भरैव दुर्गा चौक नगर के राजा द्वारा दोपहर तीन बजे से विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी।
श्री बालाजी सेवा समिति गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा मंगलवार को निकालेगी। आयोजकों ने बताया कि 18 फीट ऊंचे गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा दोपहर 12 बजे छोटी बाजार बड़ी माता मंदिर के पास से प्रारम्भ होगी। नगर भ्रमण के पश्चात छोटा तालाब में प्रतिमा विसर्जन किया जाएगा। चल समारोह में विशेष तौर पर आकर्षक करतब दिखाने अमृतसर से अखाड़ा पहुंचेगा। वहीं ओम शिव काल भरैव दुर्गा चौक नगर के राजा द्वारा दोपहर तीन बजे से विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी।