ग्राम पंचायत दूधगांव के ग्राम कन्हरगांव निवासी गोपीचंद पिता गोच्या के यहां कपिल धारा कूप का निर्माण किया गया। गांव के पंच प्यारेलाल उइके, दुर्गेश इनवाती, सुरेसिंग इनवाती, बंशी कुमरे और रामगोपाल इनवाती का आरोप है कि जिम्मेदारों ने अपने ही परिवार के सदस्यों का नाम मजदूरी में लिखा और फर्जी तरीके से भुगतान कर लिया जबकि उन्होंने काम ही नहीं किया था। इस तरह के और भी कई घाटोले पंचायत में किए गए हैं। ब्लॉक की अन्य पंचायतों में सुदूर ग्राम सडक़ योजना के तहत किए गए निर्माण में काम किसी ठेकेदार से लिया और भुगतान किसी और को कर दिया गया है इसकी भी शिकायतें लगातार की जा रही है। हालांकि अभी तक अधिकारी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे, लेकिन जांच जरूर की जा रही है। घाटोलों की परतें तो खुली, लेकिन दोषियों को इससे कोई फर्क नहीं पहुंचा।
विरान गांव में कागजों पर निर्माण
दूधगांव पंचायत के अंतर्गत पांच ग्राम आते हैं जिसमें दूधगांव, कन्हरगांव, छेंडियाटोला, पलासपानीखुर्द और उमरीघाट आते हैं। पंचायत के पंच प्यारेलाल उइके, कंचना, अशोक, विजय जाम्बुलकर सहित अन्य पंचों का आरोप है कि पलासपानीखुर्द और उमरीघाट गांव विरान है जिसमें कोई व्यक्ति नहीं रहता इसके बाद भी यहां निर्माण करना कागजों में बताया गया है जबकि जमीन पर कोई काम नहीं हुआ है। लाखों रुपए के बिल लगाकर रुपए निकाल लिए गए। इस मामले की शिकायत भी कई अधिकारियों की गई है।
जांच हुई पूरी
ग्राम कन्हरगांव में निर्माण के दौरान की गई हेराफेरी की जांच एई और पंचायत इंस्पेक्टर ने कर ली है। मैं आज ही छुट्टी से लौटा हूं इसीलिए अभी जांच के दस्तावेज नहीं देखे हैं। इसके अलावा अन्य मामलों की शिकायत देखने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा।
-पंकज दरोठिया, जनपद सीईओ, बिछुआ