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स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर हुए अहम बदलाव, रैंकिंग के लिए करनी होगी ज्यादा मशक्कत

locationछिंदवाड़ाPublished: May 04, 2019 01:00:53 am

Submitted by:

prabha shankar

नगर निगम पहुंची 2020 की गाइडलाइन: चार हजार अंकों का देना होगा इम्तहान

Monthly Report of Pollution Control Board

Monthly Report of Pollution Control Board

छिंदवाड़ा. स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 अब वार्षिक की जगह तिमाही होगा। इसके अंक भी एक हजार कम होकर चार हजार होंगे। इसकी विस्तृत गाइडलाइन नगर निगम पहुंच गई है। इसके आधार पर अधिकारी-कर्मचारियों ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। इस गाइडलाइन के मुताबिक पहला चरण अप्रैल से जून तक निर्धारित किया गया है तो दूसरा चरण जुलाई से सितम्बर तथा अंतिम चरण अक्टूबर से दिसम्बर के बीच होगा। दिसम्बर में तीनों चरण का फाइनल मूल्यांकन किया जाएगा, जिसके हिसाब से नगर निगम को रैंकिंग दी जाएगी।
निगम की जानकारी के मुताबिक हर तीन महीने तक चलाए गए स्वच्छता अभियान की एमआइएस रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजनी होगी। इसमें दस्तावेज प्रमाणीकरण का डाटा गलत होता है तो नेगेटिव अंक कट जाएंगे। सर्वेक्षण में स्टार रेटिंग को बनाए रखा गया है। इसमें 25 प्रतिशत अंक सेवा, 25 सिटीजन फीडबैक, 25 डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, 20 प्रमाणीकरण व प्रदर्शन तथा पांच प्रतिशत अंक स्टार रेटिंग के आधार पर दिए जाएंगे। पिछली बार सर्वेक्षण पांच हजार अंकों का था। निगम के स्वच्छता सर्वेक्षण से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि नई गाइडलाइन के हिसाब से स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

ट्रीटमेंट प्लांट व ऐप में हुआ बदलाव
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में टॉयलेट फ्लश, क्लीनिंग और वाशिंग में ट्रीटेड पानी को प्राथमिकता दी गई है। इसके लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट एसटीपी होना जरूरी है। इसी तरह स्वच्छता ऐप में की गई शिकायतों में भी बदलाव किया गया है। नए सर्वेक्षण में स्वच्छता सम्बंधी शिकायतें कम से कम होना चाहिए। पिछली बार ठीक विपरीत नियम थे। कम शिकायत होने पर लगेगा कि शहर स्वच्छ है। स्वच्छता सर्वेक्षण में ये शहर के लिए चुनौती होगी।

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