हाई रिस्क वाले 42 गांव के ग्रामीणों को बचाने शुरू की बड़ी कवायद
छिंदवाड़ाPublished: Jun 20, 2019 12:11:43 am
Pesticide spraying for mosquitoबीमारियों से बचाव का प्रयास : गांवों में किया जा रहा कीटनाशक का छिडक़ाव
Mosquitoes outbreak in the city but not fagging machines
छिंदवाड़ा. बारिश के दिनों में मच्छर आदि से फैलने वाली बीमारियों को रोकने लिए राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम में इस बार जिले के 42 गांवों में कीटनाशकों का छिडक़ाव किया जा रहा है। इसका पहला चरण 16 जून को श्ुारू हो गया है।
प्रथम चरण में विकासखंड पिडंरईकलां के ग्राम थावडीकलां में 16 से 19 जून, विकासखंड परासिया के घालीवाड़ा में 16 से 18 जून और विकासखंड जुन्नारदेव के ग्राम पुरैना में 16 से 19 जून तक कीटनाशक का छिडक़ाव किया जा चुका है। जिले में वर्ष 2018 की एपीडिमियोलॉजी रिपोर्ट के अनुसार एक एपीआइ से अधिक मात्रा पाए जाने पर जिले के 42 ग्रामों में अग्रिम कीटनाशक छिडक़ाव की कार्ययोजना तैयार की गई है।
कार्ययोजना के अनुसार जिले के 42 गांवों के आठ हजार 678 लक्षित घरों की 39 हजार 179 लोगों को मलेरिया, चिकनगुनिया, हाथीपांव, कालाजार आदि की जद से बचाए रखने का प्रयास किया जा रहा है। इस सम्बंध में लोगों से भी इस कार्यक्रम में सहयोग करने कहा गया है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण में विकासखंड पिंडरईकलां के ग्राम खमरा, मिठ्ठेखापा, थुनियाउदना, चौरई के ग्राम चोरबतरी, सीतापार, केरिया में, विकासखंड अमरवाड़ा के ग्राम नंदौरी, कुदवारी, चिखलीमुकासा, जवाहरगांव, हथौड़ा, हिंगपानी, चिकलीवाला और खामी, विकासखंड परासिया के पगारा, विकासखंड मोहखेड़ के ग्राम झिरिया, बामला, थावरी, ग्वारा, सिल्लेवानी, अम्बामाली, सलैयाखुर्द, घाटपिपरिया, रजौलामाल, विकासखंड बिछुआ के ग्राम बिसनपुर, मोहगांव एवं पानथावड़ीमाल, विकासखंड पांढुर्ना के ग्राम बड्डामाल और राजौराखुर्द, विकासखंड जुन्नारदेव के ग्राम कालीछापर, मढक़ाढाना, चिखलार, घानाउमरी, कठौतिया, सरई, कोही और गोरखपुर तथा तामिया के चारगांव, खैरीरेगाढाना में कीटनाशक का छिडक़ाव किया जाना है। दूसरे चरण में भी अलग-अलग तारीखों में इन गांवों में छिडक़ाव किया जाएगा। पहला चरण 16 जून से शुरू हो गया है, जो 30 जुलाई तक चलेगा। कीटनाशक छिंडक़ाव का दूसरा चरण एक सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलाया जाएगा।