scriptआमजन तो क्या पुलिस भी नहीं कर रही नियमों का पालन, देखिए हालात | What is the public Police do not even follow rules | Patrika News

आमजन तो क्या पुलिस भी नहीं कर रही नियमों का पालन, देखिए हालात

locationछतरपुरPublished: Sep 18, 2018 11:18:19 am

Submitted by:

rafi ahmad Siddqui

कई जिम्मेदार नहीं लगाते सीटबेल्ट

What is the public Police do not even follow rules

What is the public Police do not even follow rules

छतरपुर। शहर की ट्रैफिक मैनेजमेंट को सुधारना पुलिस और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन कर उभ्सरती जा रही है। कई प्रमुख मार्ग व चौराहे हमेशा ट्रैफिक जाम में उलझे रहते हैं। शहर में पुलिस ने सालों पहले कुछ वन वे घोषित था। इन मार्गों पर एक ही ओर ट्रैफिक चल सकता है लेकिन नियमों की जानकारी नहीं होने व बोर्ड नहीं लगे होने से दिन भर नियम टूट रहे हैं। यहां पर आम लोग तो ठीक पुलिस भी नियमों का पालन नहीं करती है। शहर में ट्रैफिक जागरुकता अभियान चल रहा है। शहर में ट्रैफिक पुलिस के अफसरों को चेकिंग के अलावा किसी तरह के ट्रैफिक सुधार के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहता है। भले ही जाम की स्थिति बनी रहे लेकिन व्यवस्था सुधार कराने के बजाए वाहनों को रोककर चालान करने में टीम की नजर अधिक रहती है। ट्रैफिक सुधार के लिए कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं लेकिन उनका स्थायी पालन नहीं किया जाता। शहर में सालों पहले ट्रैफिक के सुधार के लिए कुछ मार्गों को वन-वे घोषित किया गया था। जिसका उद्देश्य था कि एक ओर से ही वाहन आए ताकि व्यवस्था बनी रहे। वन-वे का नोटिफिकेशन हो गयाञ कुछ जगहों पर बोर्ड भी लगा दिए गए। लेकिन अब पालन कराने में किसी की रुचि नहीं है। दस्तावेजों में यह वन वे है लेकिन सख्ती नहीं होने व किसी तरह का चेतावनी बोर्ड नहीं होने से इनका पालन नहीं हो पा रहा है।
चौक बाजार और मौटे के महावीर मंदिर के सामने वाला रोड हैै वन-वे
वन-वे की सूची में चौक बाजार और मौटे के महावीर मंदिर के सामने वाला रोड शामिल है। इन मार्गो में तो आमजन तो ठीक ट्रैफिक पुलिस व अन्य पुलिसकर्मी भी यहां का नियम तोड़ते हुए अपने वाहन ले जाते है। कई बार तो पुलिस अफसर की कार व बड़े वाहन भी नियम तोडने से गुरेज नहीं करते हैं। ट्रैफिक पुलिसकर्मी व अन्य शासकीय वाहन बेधड़ यहां से निकलते है। यहीं स्थिति चिमनबाग चौराहे से जेलरोड चौराहे की है। यहां तो दिनभर बड़ी संख्या में लोग नियम तोड़ते हैए इन्हें रोकने के लिए यहां पुलिस बल नहीं रहता।

अफसर बढ़े नहीं बदली व्यवस्था
ट्रैफिक पुलिस में पहने के मुताविक कुछ जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है साथ यातायात प्रभारी को भी बदल दिया गया। लेकिन व्यवस्था में अभी तक कोई खास सुधार नहीं हो सका। इस समय यातायात थाना में कुल २८ लोगों का स्टाफ है जिसमें एक टीआई, दो एएसआई, सात प्रधान आरक्षक, १६ आरक्षक, दो महिला आरक्षक जो छुट् टी पर हैं।
की टीम ट्रैफिक पुलिस के पास है। अफसर तो बढ़े लेकिन चौराहों पर खड़े होकर व्यवस्था सुधारने में बहुत कम की रुचि है जिसके कारण किसी भी निर्देश का पालन नहीं हो पाता है।

नहीं पहनते हैलमेट न सीट बेल्ट
नियनों का पाठ पढ़ाने वाले पुलिस कर्मी और अधिकारी बाइक और कार चलाते समय या फिर कार में बैठते समय अधिकांशत: हैलमेट का उपयोग नहीं करते और न ही सीट बेल्ट का उपयोग किया रहा है। लेकिन वहीं अधिकारी और कर्मचारी चैकिंग के दौरान आम लोगों को नियमों का पाठ पढ़ाते हैं।

इनका कहना है
हम लगातार यातायात को व्यवस्थित करने प्रयास किए जा रहे हैं। कई स्थानों से वाहनों के अधिक आवागमन होने से जाम होने की समस्या हो रही है। जल्द ही यातायात को पूरी तरह से व्यवस्थित किया जाएगा।
जयराज कुबेर एएसपी

What is the public Police do not even follow rules
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो