ये रहे जर्जर सड़क और सड़क विहीन गांव
राजनगर विधानसभा
पहाड़ी वावन, धौगवां, अकौना, नारायणपुरा, अंधयारी बारी, दिदवारा सहित करीब एक दर्जन से अधिक गांव में अभी तक सड़क नहीं बनाई गई। वहीं विधानसभा क्षेत्र में करीब दो दर्जन से अधिक गांव में बनाई गई सड़कें काफी जर्जर हाल में हैं जिससे लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के कई गांवों के लोगों द्वारा बार बार मांग करने के बाद भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। जिससे आहत होकर कुछ गांवों के लोगों द्वारा सड़क नहीं तो वोट नहीं देने का भी आवेदन दिया था। लेकिन इसके बाद भी अभी तक लोगों जद्दोजहद कर रहे हैं।
महाराजपुर विधानसभा
क्षेत्र के मानपुरा, बरिया, झींझन, कैमाहा, दौनी,चंदौरा, पुरवा, लहेरा, बरा, कीरतपुरा, सलैया, आमखेरा, नैगुवां, चपरन आदि गांवों में सड़क नहीं होने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
वहीं चपरन गांव के ग्रामीणों द्वारा गांव में बैनर लगाकर सड़क नहीं तो बोट नहीं देने की बात कही है। इसकी जानकारी प्रशासन और नेताओं को होने के बाद भी प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
मलहरा विधानसभा
बडामलहरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रानीताल, रानीखेरा, रैपुरा, बिनैदा, भनगुवां में भी यही हाल है। यहां पर रानीखेरा गांव में सड़क नहीं होने पर ग्रामीणों द्वारा सड़क नहीं तो वोट नहीं देने का ऐलान किया था।
चंदला विधानसभा
जरैला, जरैहटा, मनवारा से सिसोलर, पहरा से मनवारा, सीलप, पड़वार, मवई, रावपुर सहित करीब डेढ़ दर्जन से अधिक गांव सड़क विहीन हैं यहां पर अभी तक सड़के नहीं बनवाई जा सकीं। वहीं इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र में कई गांवों में सड़कें पूरी तरह से जर्जर होने के बाद अभी तक सुधारीकरण नहीं कराया गया है। जिससे लोगों को खासी परेशानी हो रही है।
बिजावर विधानसभा
पाली से उताली और रैपुरा के लिए कच्चा रास्ते है वहीं बम्हौरी, दमौतीपुरा, देवरी, बैरागढ़, नारायनपुरा, महुआझाला, कंजरपुर आदि गांवों में सड़के नहीं बनाई गई हैं कुछ गांव में सड़कें बनाई गई लेकिन वह भी जर्जर हो चुकी हैं।
नेता जी बोले ……
-चंदला के विधायक आरडी प्रजापति से उसके क्षेत्र में सड़क नहीं होने और कई गांव की सड़कें जर्जर होने के बारे में बात की गई तो वह सही जवाब नहीं दे सके। उनका कहना था कि उन्होंने से क्षेत्र के सभी गांवों के लिए सड़कें पास कराई गई हैं। इनमें चुनाव के बाद कार्य शुरू हो जाएगा। इसके बाद अन्य सवालों के जवाब नहीं देते हुए फोन बंद कर लिया।
विधायक के नहीं है जानकारी
बडामलहरा की विधायक रेखा यादव का कहना है कि उन्होंने कई गांवों में विकास कार्य कराए हैं और कुछ गांव वन विभाग की भूमि में होने से विकान नहीं हों सका। वहीं क्षेत्र के रानीखेरा गांव के बारे में उन्होंने कहा कि उनको जानकारी नहीं है। किया यहां पर सड़क है या नहीं बनी। हालाकि इस गांव में अभी भी ग्रामीण नदी को पार कर निकल रहे हैं।
राजनगर विधायक विक्रम सिंह ने बताया कि क्षेत्र के अकौना सहित करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में सन् 2005 में सडकें पास हो गई थीं। लेकिन वन रेंज की अनुमति नहीं मिलने से अभी तक सड़कें नहीं बन सकी। जिससे ग्रामीणों को परेशान होना पड़ रहा है।