scriptमलखंभ में 20 पदक जीतने के बाद भी नहीं दिख रही रोशनी की किरण | The illumination of light not seen even after winning 20 medals in Ma | Patrika News

मलखंभ में 20 पदक जीतने के बाद भी नहीं दिख रही रोशनी की किरण

locationछतरपुरPublished: Jun 15, 2019 06:03:18 pm

Submitted by:

Neeraj soni

– मलखंभ दिवस पर शहर के होनहार खिलाड़ी सौरभ अरजरिया से खास बातचीत

 The illumination of light not seen even after winning 20 medals in Malakhham

Chhatarpur

छतरपुर। मलखंभ जैसे खेल में शहर का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी सौरभ अरजरिया ने अब तक राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित लगभग 100 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है। इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर सौरभ 14 स्वर्ण पदक, 4 रजत पदक और दो कांस्य पदक जीत चुके हैं। खेल में इतनी उपलब्धियां हासिल करने के बाद भी सौरभ को खेलों के माध्यम से अपने कॅरियर को सुनिश्चित करने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। इसका कारण है कि मलखंभ अब तक प्रशासनिक खेल कोटे की भर्तियों का हिस्सा नहीं बन सका है। आज देश भर में मलखंभ दिवस मनाया जाएगा लेकिन इसी अफसोस के साथ कि इस खेल में सरकारी नौकरियों को पाने की गुंजाइश सरकार नहीं बना पा रही है।
मलखंभ दिवस पर सौरभ अरजरिया ने बताया कि कम समय में शरीर को फिट करने और रोचक अंदाज में विभिन्न आसनों से जनता को रोमांचित करने के लिए मलखंभ दुनिया भर में प्रसिद्ध हो रहा है। उन्होंने वर्ष 2007 से इस खेल में जुडऩे की शुरूआत की थी। वे अब तक सैकड़ों प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं साथ साथ उन्होंने विदिशा के एसएटीआई कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी पूरी कर ली। 7 राष्ट्रीय और 9 राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं जीत चुके सौरभ को इस बात का मलाल है कि उनकी ये सारी उपलब्धि उनके कॅरियर में किसी काम नहीं आएंगी। पिछले दिनों प्रदेश के सैकड़ों मलखंभ खिलाडिय़ों ने खेल मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात कर मांग की थी कि अन्य खेलों की तरह मलखंभ को भी सरकारी भर्तियों में तबज्जो दी जाए लेकिन अब तक सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया।
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