scriptनिजी स्कूलों की हर साल बढ़ रही फीस का जताया विरोध | Conflicts of private schools increasing fees every year | Patrika News

निजी स्कूलों की हर साल बढ़ रही फीस का जताया विरोध

locationछतरपुरPublished: Mar 20, 2019 01:02:22 am

भारतीय विद्यार्थी सेना ने की तीन साल में एक बार फीस बढ़ाने की मांग

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छतरपुर. प्राइवेट स्कूलों में हर साल फीस बढ़ोतरी, प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबों से पढ़ाई और मई-जून की फीस लिए जाने का विरोध शुरु हो गया है। विरोध जताने के लिए भारतीय विद्यार्थी सेना एवं युवा सेना ने जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर प्रदर्शन किया और आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। भारतीय विद्यार्थी सेना के जिलाध्यक्ष नीतेश तिवारी और युवा सेना जिलाअध्यक्ष विशेष दुबे ने कहा कि, प्राइवेट स्कूलों की फीस हर साल बढ़ाई जा रही है, इसके लिए नियम बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि, किताबें स्कूलों के माध्यम से एक या दो ही चुनिन्दा दुकानों पर उपलब्ध कराई जाती हैं, जिससे अविभावक को दुकानदार की मनमर्जी के दामो के अनुसार किताबें खरीदना पड़ती हैं। इसके साथ ही कॉपी एवं अन्य स्टेशनरी भी खरीदने पर मजबूर किया जाता है, जिसमें स्कूलों का मोटा कमीशन शामिल रहता है। दोनों ने जांच करवाकर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि, मध्यप्रदेश शासन द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों में मध्यप्रदेश शासन की अंग्रेजी माध्यम की किताबें नही चलाई जा रही है, बल्कि इन स्कूलो मे होलीफेथ तथा अन्य पब्लिकेशन की किताबें चलाई जा रही हैं।
तीन साल में कलेक्टर की अनुमति से बढ़े फीस: उन्होंने आरोप लगाया कि, प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमाने ढंग से प्रतिवर्ष स्कूल फीस में बेइन्तहा बढ़ोत्तरी की जाती है। स्कूलों की फीस बढ़ोत्तरी पर तत्काल लगाम लगाई जाए। उन्होंने मांग की, कि फीस 3 साल में एक बार बढाई जाए, वो भी कलेक्टर से परमीशन लेकर ही बढ़ाई जाए। इसके अलावा सभी स्कूलो द्वारा अविभावकों से 12 माह की वसूली जा रही फीस में मई और जून माह की फीस लेना बंद करने की भी मांग की है। इसके साथ ही स्कूलों के द्वारा किताबो के साथ-साथ टाई, ड्रेस, बेल्ट, बेच आदि की बिक्री में जमकर कमीशनखोरी किए जाने के आरोप लगाते हुए प्राइवेट स्कूलों की सभी किताबों की सूची न्यूनतम मूल्य सहित प्रकाशित कराए जाने की मांग की है। उन्होंने प्राइवेट स्कूलों द्वारा हर साल किताबें चैंज करने का भी विरोध जताया है।
डीइओ ने दिया आश्वासन
नीतेश तिवारी ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा के आश्वाशन के बाद प्रदर्शन खत्म किया गया है। उन्होंने स्कूलों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। इसके साथ इसी सत्र से मई और जून की फीस न लेने के लिए आदेशित करने का भी भरोसा दिया है। प्रदर्शन करने वालों में संदीप सौनकिया, अंकुर नामदेव, नीतू द्विवेदी, लौकेन्द्र मिश्रा, अजय साहू, प्रमोद श्रीवास, रमौतार अहिरवार, सूरज दुबे, सुभाष महेडिय़ा, जग्गी कुशवाहा, मनीष कुशवाहा, अखिलेश राय, दीनदयाल कुशवाहा मौजूद थे।

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