ग्राम पुतरया के दर्जनों किसानों ने तहसील पहुंचकर एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा और मांग की है कि उनके मकानों का अधिग्रहण किया जा रहा है, लेकिन मुआवजा उनको गाइड लाइन अनुसार नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि शासन का आदेश था कि मुआवजा चार गुना मिलना चाहिए। उन्होंने वर्तमान गाइड लाइन के अनुसार मूल्यांकन कर मकान अधिग्रहण कर चार गुनी मुआवजा राशि की मांग की है।
गड़बड़ी की नहीं हो रही जांच
फोर लेन निर्माण कार्य के पहले एनएचएआइ के द्वारा मुआवजा राशि के लिये सर्वे किया गया था और गाइड लाइन अनुसार मुआवजा देने के लिए कहा गया था। एनएचआई में पदस्थ बाला चन्दर पर पहले किसान आरोप लगा चुके हैं कि उन्होने सांठगांठ कर मुआवजा राशि अंवाटित की है। किसानों के हित में सपा के नेताओं ने भी सर्वे किया और किसानों की सभा की। इसके अलावा कुछ किसानों के द्वारा भोपाल जाकर मुख्यमंत्री से मिलने की अपील की थी। लेकिन व्यवस्ता के कारण कृषि मंत्री ने से उनकी मुलाकात हुई और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की गई। छतरपुर में इसी मुआवजा राशि को लेकर एनएचआइ के एक अफसर के यहां हमला हो चुका तो कार्यालय में पत्थर फेंके गण्। फोर लेन अधिग्रहण में जिन घर मालिक और ख्ेाती की जमीन वाले किसानोंं की जमीन गई, वे बार-बार उचित मुआवजा की मांग कर रहे हैं। सैकड़ो की तादाद में किसानों की जमीने गई और सैकड़ो की तादाद में मकान गए, मुआवजा भी आवंटित हुआ, लेकिन मुआवजा वितरण में गड़बड़ी कहां हुई, इसकी जांच नहीं हो रही है।