नहीं बनी बात
चेन्नई. वाटर टैंकर लॉरी मालिक संघ के प्रतिनिधियों से जलापूर्ति बोर्ड के निदेशक ने चिंताद्रीपेट स्थित चेन्नई मेट्रो वाटर एंड सीवेज सप्लाई बोर्ड के दफ्तर में वार्ता की। यह पहले चरण की वार्ता थी जिसमें कोई हल नहीं निकला। इस वजह से टैंकर मालिक संघ ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय किया है।
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कांचीपुरम में ५२ जगहों पर नलकूप
कांचीपुरम. हड़ताल की पृष्ठभूमि में जिला कलक्टर पोनय्या ने बताया कि जिले में ५२ नलकूप खोदे जाने की अनुमति दी गई है। जिले में जलापूर्ति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कलक्टर ने किए गए उपायों की जानकारी दी कि दो दिनों के भीतर ४६ लॉरी चालकों को जल उत्खनन के लाइसेंस दिए जाएंगे। ५२ जगहों पर नए बोरवेल खोदने की अनुमति दी गई है।
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गहरा सकता है जलसंकट
चेन्नई. पिछले कुछ दिनों की बरसात और जोलारपेट से पानी की ट्रेन आने से महानगर में अब जलापूर्ति में सुधार हुआ है। ऐसे में निजी टैंकरों की हड़ताल से पानी की आपूर्ति पर असर पड़ेगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि हड़ताल की पूर्व घोषणा की वजह से वे तैयार थे, लेकिन अगर यह लम्बी चली तो हालात विकट हो जाएंगे।
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