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डोसा फास्टफूड का किंग, अण्णाची ऐसे बने डोसा किंग

locationचेन्नईPublished: Jul 19, 2019 12:53:51 am

Submitted by:

satyendra porwal

Saravana Bhavan owner: दक्षिण भारत के प्रसिद्ध व्यंजन डोसा (DOSA) को भारत के साथ पूरे विश्व में ख्याति दिलाने वाले होटल सरवणा भवन (HSB) के मालिक डोसा किंग (DOSA KING) पी. राजगोपाल का 73 वर्ष की उम्र में गुरुवार सुबह निधन हो गया।

Saravana Bhavan owner: journey to become a multi millionaire

डोसा फास्टफूड का किंग, अण्णाची ऐसे बने डोसा किंग

चेन्नई. दक्षिण भारत के प्रसिद्ध व्यंजन डोसा (DOSA) को भारत के साथ पूरे विश्व में ख्याति दिलाने वाले होटल सरवणा भवन (HSB) के मालिक डोसा किंग ( dosa KING) पी. राजगोपाल का 73 वर्ष की उम्र में गुरुवार सुबह निधन हो गया। राजगोपाल भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन जब भी डोसे की बात चलेगी तो राजगोपाल को हमेशा याद किया जाएगा। आज के युग में फास्टफूड की चेन में डोसा के लिए राजगोपाल की एचएसबी फूड श्रृंखला पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। अपने कर्मचारियों के बीच अण्णाची के नाम से ख्यात राजगोपाल अपने लगन व दम के बल पर ही डोसा को इस मुकाम पर पहुंचा सके हैं। चेन्नई महानगर के पैरी कॉर्नर से पेरिस तक दक्षिण भारतीय डोसा व सांभर के स्वाद को लोगों की जुबान पर चढ़ाने का श्रेय राजगोपाल को ही है।
होटल सरवणा भवन यानी एचएसबी रेस्टोरेंट शृंखला दक्षिण भारतीय व्यंजनों के लिए देश-विदेश में लोकप्रिय नाम है। दशकों से भोजन की गुणवत्ता के लिए जाने-माने नाम के पीछे मेहनत की कहानी पी. राजगोपाल ने लिखी है। कहानी कुछ इस प्रकार है।

तुत्तुकुड़ी से आए चेन्नई

 

Saravana Bhavan owner: journey to become a multi millionaire

दक्षिण भारत के छोटे से गांव तुत्तुकुड़ी में वर्ष १९४७ में जन्मे राजगोपाल की स्कूली शिक्षा भी पूरी नहीं हुई थी, लेकिन इनोवेशन के मामले में उन्होंने आज के कई बड़े उद्यमियों के बराबर व उनसे अधिक सफलता हासिल की। वे व्यापार करने के इरादे से तुत्तुकुड़ी से चेन्नई आए।

किराने की दुकान से डोसा किंग तक का सफर

चेन्नई स्थित के.के. नगर में छोटी सी किराने की दुकान से व्यापार की शुरुआत की। बाद में ज्योतिषी की सलाह पर पड़ोस में ही छोटा-सा होटल खोल लिया। ये उस समय की बात है जब चेन्नई में होटल का खाना प्रचलन में नहीं था।

होटल सरवणा भवन यानी एचएसबी रेस्टोरेंट शृंखला

एचएसबी ने ऐसे वक्त में बढिय़ा स्वाद के साथ ही कम दाम में गुणवत्ता परोसी। धीरे-धीरे काम बढ़ता गया और वह समय भी आया जब एचएसबी की शाखाएं देश के साथ-साथ विदेशों में भी लोकप्रिय हो गई और वे डोसा किंग के नाम से मशहूर हो गए। वर्तमान में एचएसबी की अमरीका व यूरोप सहित भारत में करीब ८० शाखाएं हैं और हजारों कर्मचारी यहां कार्य करते हैं।

अमरीका से लेकर यूरोप तक फैला कारोबार

 

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होटल सरवणा भवन के सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैण्ड, हांगकांग,यूएई, सउदी अरब, ओमान, कतर, बहरीन, कुवैत, साऊथ अफ्रीका, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैण्ड, बेल्जियम, स्वीडन, कनाडा, आयरलैण्ड, यूके, यूएसए, आस्ट्रेलिया न्यूजीलैण्ड व इटली सहित भारत में करीब अस्सी आउटलेट्स हैं।

नए उद्यमियों के लिए अध्ययन का विषय


उनके व्यापार की समझ नए उद्यमियों के लिए अध्ययन का विषय है। अपने स्टाफ के साथ अण्णाची अच्छा व्यवहार करते थे। कर्मचारियों के लिए वे हर समय उपलब्ध थे। उन्होंने व्यवसाय को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई।


एक गलत कदम ने धकेल दिया था सलाखों में


होटल व्यवसाय में किंग बनने के बाद कर्मचारी की बेटी के पति के अपहरण व हत्या के आरोप में दक्षिण भारत के प्रसिद्ध रेस्टोरेंट शृंखला के मालिक पी. राजगोपाल को आजीवन कारावास हो गया। वे कर्मचारी की बेटी से विवाह करना चाहते थे, लेकिन उसने किसी अन्य से शादी कर ली। यह बात राजगोपाल को गंवारा नहीं हुई और उन्होंने गलत कदम उठा लिया।

बिगड़ती चली गई तबीयत


कारावास के दौरान तबीयत खराब होने पर सरकारी अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया। इस दौरान दवाइयां बदली तो हालत बिगड़ गई। मद्रास हाईकोर्ट ने 16 जुलाई को राजगोपाल को निजी अस्पताल में भर्ती की अनुमति दी और 18 जुलाई को राजगोपाल का निधन हो गया।

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