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बच्चों को तस्करी से बचाने वाले व्यक्ति का करें सम्मान : बिरेंद्र कुमार

locationचेन्नईPublished: May 27, 2019 12:25:02 am

मौजूदा दौर में देश में बाल तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। तस्करों के लिए बच्चों के ले जाने व लाने के लिए सबसे सरल रेल मार्ग है। इसलिए यह हम आरपीएफ …

Respect for protecting children from trafficking: Birendra Kumar

Respect for protecting children from trafficking: Birendra Kumar

चेन्नई।मौजूदा दौर में देश में बाल तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। तस्करों के लिए बच्चों के ले जाने व लाने के लिए सबसे सरल रेल मार्ग है। इसलिए यह हम आरपीएफ की जिम्मेदारी बनती है कि इन बच्चों को शातिर और खतरनाक लोगों के चंगुल से बचाएं। इसलिए मेरा मानना है कि हमें उन लोगों व गैर सरकारी संगठनों का सम्मान करना चाहिए जो बच्चों को तस्करी से बचाते हैं। ये विचार आरपीएफ के आईजी और प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त बिरेंद्र कुमार ने अंतरराष्ट्रीय लापता बाल दिवस के मौके पर शनिवार को आरपीएफ कर्मचारी को गैर सरकारी संगठन आईजेएफ के साथ मिलकर बच्चों को तस्करी से बचाने के लिए आयोजित वर्कशॉप में व्यक्त किए। आयोजन में १०० से अधिक आरपीएफ कर्मियों ने हिस्सा लिया।

अपने अनुभव साझा करते हुए बिरेंद्र कुमार ने कहा कि जब वह विशाखापट्टनम में थे तभी उन्होंने वैसे लोगों का सम्मान करना शुरू कर दिया था। इस शुरुआत के बाद काफी लोगों की रुचि बढऩे लगी और बच्चों को बचाने वाले लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई। यही प्रयास में अब हम दक्षिण रेलवे में शुरू किया है। यहां हमने इसमें एक नई चीज जोड़ी है जिसमें न केवल बच्चों को बचाने वाले ड्यूटी में बेहतर प्रदर्शन, बेहतर काम करने वाले लोगों को भी आरपीएफ अपनी ओर से सम्मानित करता है।

मानव सेवा भगवान की सेवा

इस मौके पर आरपीएफ के उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त लुइस अमुधन ने कहा मानव की सेवा की भगवान की सेवा है। उन्होंने कहा बच्चों की तस्करी आजकल केवल दिहाड़ी मजदूरी व यौण शोषण के लिए नहीं होती, बल्कि महत्वपूर्ण अंग निकाल कर बेचने व कई अन्य कामों के लिए होती है। इन बच्चों को अपराध और आपराधिक कृत्यों के लिए भी इस्तमाल में लाया जाता है। इसलिए यह केवल आरपीएफ, पुलिस की ही जिम्मेदारी नहीं बनती बल्कि आम लोगों को भी इसमें हिस्सेदारी निभानी चाहिए।

इस मौके पर बिरेंद्र कुमार ने चेन्नई, पालघाट, सेलम, मदुरै, त्रिवेंद्रम और त्रिची से २० आरपीएफ कर्मियों को बच्चों को तस्करों के चंगुल से बचाने के लिए सम्मानित किया गया। इस मौके तस्करों के चंगुल से छुड़ाए गए बच्चे भी वहां मौजूद थे, जिन्हें लुइस अमुधन ने सर्टिफिकेट प्रदान किया। इस मौके पर एके प्रीत समेत आरपीएफ के कई वरिष्ठ कर्मी मौजूद थे।

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