चिंता की बात यह है कि यह ग्रुप आईएसआईएस से जुड़ा है। इससे यह चिंता और बढ़ गई है कि कहीं भारत में भी आईएसआईएस तेजी से पांव पसारने तो नहीं लगा है।
पहले भी पड़े छापे
गौरतलब है कि बीते दिनों प्रदेश में आईएसआईएस के मॉड्यूल की जांच के लिए जांच एजेंसी ने कई जगहों पर छापेमारी की थी। एजेंसी को खुफिया जानकारी मिली थी कि लश्कर-ए-तैयबा के 6 आतंकी श्रीलंका के रास्ते प्रदेश में घुसे हैं और किसी बड़े आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था।
तमिलनाडु में दस्तक दे दी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक श्रीलंका श्रंखला बद्ध बम धमाकों में अंसारुल्लाह गुट का नाम सामने आया था। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भी श्रीलंका को संभावित आतंकी हमलों को लेकर चेतावनी दी थी, लेकिन उन्हें रोका नहीं जा सका था। अंसारुल्लाह गुट न सिर्फ श्रीलंका, बल्कि बांग्लादेश में भी गहरी पैठ रखता है। अब उसने तमिलनाडु में दस्तक दे दी है।
इसको लेकर खुफिया इनपुट्स चौंकाने वाले हैं। इनके मुताबिक अंसारुल्लाह गुट को आईएसआईएस और अल-कायदा का समर्थन प्राप्त है।
पाकिस्तान की शह पर गड़बड़ी फैलाने का षड्यंत्र
तमिलनाडु से एक संदिग्ध की एनआईए द्वारा गिरफ्तारी और पूछताछ में प्राप्त जानकारी आईएसआईएस की ओर फिर इशारा कर रही है। शनिवार को एनआईए ने तमिलनाडु के तिरुनेलवेली के दो स्थानों पर छापेमारी शुरू की है। एनआईए को शक है कि गिरफ्तार शख्स के तार आईएसआईएस से जुड़े अंसारुल्लाह गुट से तो हैं ही, बल्कि उसके तार अल-कायदा से भी जुड़ सकते हैं।
ऐसी स्थिति में जब कश्मीर मसले पर पाकिस्तान किसी भी हद तक जाने को तैयार है, तब आईएसआईएस और अल-कायदा समर्थित गुट के लोगों की धरपकड़ सुरक्षा के प्रति कोताही नहीं बरतने की चुनौती पेश करती है।