समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान पत्रिका चेन्नई संस्करण के प्रभारी सम्पादक डॉ. पी. एस. विजयराघवन ने हिंदी भाषा के वर्तमान परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज भी देश के 10 बड़े समाचारपत्रों में हिंदी के समाचारपत्रों की संख्या अधिक है इसलिए हिंदी का विकास-विस्तार जारी है। लोगों के बीच हिंदी की लोकप्रियता एवं स्वीकृति को बढ़ावा देने के लिए अनुवाद की महत्ता पर उन्होंने विस्तार से प्रकाश डाला।
समारोह अध्यक्ष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए. पी. दाश ने बाजारीकरण के इस युग में हिंदी के बढ़ते महत्व एवं रोजगार के क्षेत्र में हिंदी की बढ़ती मांग की ओर छात्रों का ध्यान आकर्षित किया। समारोह अध्यक्ष और मुख्य अतिथि ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर उनकी हौसला अफजाई की।
कार्यक्रम में परीक्षा नियंत्रक डॉ. ए. रघुपति, ग्रंथालयाध्यक्ष डॉ. आर. परमेश्वरन उपस्थित थे। स्वागत भाषण प्रो. एस. वी. एस. एस. नारायण राजू एवं धन्यवाद ज्ञापन कनिष्ठ हिंदी अनुवादक दीपिका के. ने किया।