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भाषा विज्ञान के माध्यम से बढ़ता है मेलजोल व अपनापन

locationचेन्नईPublished: Feb 20, 2019 10:20:04 pm

Submitted by:

Santosh Tiwari

विद्यासागर महिला महाविद्यालय का वार्षिकोत्सव

Anniversary of Vidyasagar Mahila Mahavidyalaya

भाषा विज्ञान के माध्यम से बढ़ता है मेलजोल व अपनापन

चेंगलपेट. यहां स्थित विद्यासागर महिला महाविद्यालय का 14वां वार्षिकोत्सव हाल ही आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि इन्फोसिस की वितरण प्रबंधक राजश्री संथानम और विशिष्ट अतिथि गीतकार, कवयित्री व हिंदी साहित्यकार रचना तिवारी थी। अतिथियों एवं महाविद्यालय के पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरुआत की। स्वागत भाषण पत्राचारक विकास सुराणा ने दिया। निदेशक बृजगोपाल आचार्य ने अतिथियों का परिचय देने के साथ ही छात्राओं को वार्षिकोत्सव मनाने की प्रक्रिया एवं महत्व बताया।

प्राचार्य डा. सी. शालिनी कुमार ने महाविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पेश करने के साथ ही उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि रचना तिवारी ने कहा हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है अत: सभी छात्राओं को तमिल के साथ अन्य भाषाओं का भी ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने कहा भाषा विज्ञान के माध्यम से देश में लोगों के साथ मेलजोल एवं अपनापन बढ़ता है। मुख्य अतिथि ने कहा किसी भी विषय को रुचि लेकर एकाग्रता से सुनने से ही सफलता मिलती है। परिश्रम से कठिनाइयों पर विजय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा अंग्रेजी भाषा को समझने, बोलने और व्यवहार में लाने से पढाई आसन होती है। उन्होंने छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ प्रबंधन की महिला शिक्षा के लिए किए जा रहे कार्यो के लिए प्रशंसा की।

 

Anniversary of Vidyasagar Mahila Mahavidyalaya

समारोह में महाविद्यालय के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय से प्राप्त अव्वल अंकों के लिए 127 मेघावी छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। इसके साथ ही परीक्षा में शत-प्रतिशत मार्क पाने वाली ४० छात्राओं को प्रतीक चिन्ह और मेडल प्रदान किया गया। विश्वविद्यालय में दो प्रथम स्थान लेकर स्वर्ण पदक पाने वाली, सात पढ़ाई में सर्वश्रेष्ठ छात्राओं एवं १९ अंतिम वर्ष की उन छात्राओं जिन्होंने पूरे तीन साल तक अव्वल अंक हासिल किए हैं को प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इसके अलावा बेस्ट आउट गोइंग स्टूडेंट, बेस्ट एनसीसी कैडेट, बेस्ट इन्फिनी परफॉर्मर और बेस्ट कल्चरल के लिए शील्ड देकर सम्मानित किया गया। साथ ही मुख्य अतिथि द्वारा 720 व्याख्याताओं को उनके सर्वश्रष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया, वहीं डॉ. शांति को वाणिज्य में पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने के लिए प्रतीक चिन्ह दिया गया। समारोह के अंत में छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर अतिथियों समेत सभी को मुग्ध कर दिया।

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