मिली जानकारी के मुताबिक एक अज्ञात व्यक्ति अंबत्तूर के वरगडम के गांधी रोड निवासी षणमुगम से मिला। दरअसल वह दो युवकों का नाम लेकर उनका पता पूछ रहा था जो उस इलाके में रहते ही नहीं थे। उसने फर्जी दस्तावेज षणमुगम को दिखाए और कहा कि दोनों की नौकरी नगर निगम कार्यालय में पक्की हो चुकी है लेकिन दोनों का पता नहीं चल रहा। उसने षणमुगम को बताया कि नगर निगम में वेकेंसी है। नौकरी मिलने पर २८ हजार रुपए मासिक वेतन मिलेगा।
इससे आरोपी के झांसे में आकर षण्मुगम ने इसकी जानकारी अपने बेटे प्रताप को दी। आरोपी ने प्रताप को ५० हजार रुपए लेकर नगर निगम मुख्यालय आने को कहा और रुपए देकर नियुक्ति पत्र ले जाने कहा। उसके कहे अनुसार प्रताप अगले दिन ५० हजार रुपए लेकर नगर निगम कार्यालय में मिला और आरोपी को ५० हजार रुपए दे दिए। आरोपी ने उसे बाहर इंतजार करने को कहा और अधिकारियों से नियुक्ति पत्र लाने का झांसा देकर अंदर चला गया। उसके बाद वह वापस नहीं आया। प्रताप रात ९ बजे तक उसका इंतजार करता रहा लेकिन वह नहीं आया। उसने पूछताछ की तो पता चला कि ऐसी कोई नौकरी की वेकेंसी नहीं है। उसके बाद पुलिस में शिकायत की गई।