पंजाब डेमोक्रेटिक एलायंस में शामिल पंजाब एकता पार्टी के नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष सुखपाल खैहरा ने आज यहां मांग की कि पाकिस्तान जा रहे 15 से 20 हजार क्यूसिक्स पानी को रोककर पंजाब की नहरों में डाला जाए।
सुखपाल खैहरा ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस मुद्दे पर राज्य सरकार को कुछ समय दिया जाएगा, लेकिन उचित समय सीमा में पाकिस्तान जाने वाले नदी जल को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए गए, तो रावी-ब्यास नदी जल के संगम स्थल हरिके बैराज पर एलायंस की ओर से धरना शुरू किया जाएगा। एलायंस में शामिल सभी राजनीतिक दल धरने में भागीदारी करेंगे।
खैहरा ने कहा कि पंजाब में न केवल किसान बल्कि पेयजल के लिए भी पानी नहीं मिल रहा हैं। पहले ही पंजाब के नदी जल का बटवारा राजस्थान और हरियाणा को कर दिया गया है। राजस्थान फीडर में करीब साढे नौ हजार क्यूसिक्स और गंग नहर में ढाई हजार क्यूसिक्स पानी जा रहा है लेकिन पंजाब की नहरें सूखी हुई हैं। किसान आंदोलन की राह पर हैं। नदी जल पाकिस्तान जा रहा है और पंजाब में करीब 15 लाख ट्यूबवैलों से सिंचाई की जा रही है। भूमिगत जल के दोहन से कई इलाके डार्क जोन में आ गए है। अधिकृत एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि आगामी 25 साल में पंजाब सूखा क्षेत्र में बदल जाएगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जा रहे 15 से 20 हजार क्यूसिक्स पानी को तुरन्त रोका जाए। अधिकारी इतना पानी पाकिस्तान जाने के पीछे बांधों का कमजोर होना बता रहे हैं। खैहरा ने कहा कि इस पानी को रोक कर पंजाब के नहरी तंत्र में डालने से प्रदेश की जरूरत पूरी हो जाएगी। खैहरा ने बोरवैल में गिरे बच्चे फतेहवीर को सकुशल न निकाल पाने में सरकार की नाकामी की निंदा की। उन्होंने कहा कि बच्चे को समय पर निकालने में सही तकनीकी इस्तेमाल नहीं की गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने इस मामले में लापरवाही बरती। इसी तरह फरीदकोट जिले में पुलिस हिरासत में युवक की मृृत्यु मामले में मुख्यमंत्री ने लापरवाही दिखाई है। मुख्यमंत्री और केबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू के मामले में खैहरा ने कहा कि सिद्धू को टारगेट किया जा रहा है। सिद्धू ने कैप्टेन अमरिंदर सिंह और बादल परिवार की मिलीभगत की सच्चाई बयान की है।