अमरिंदर सिंह के इस बयान को वास्तविक दोषियों और अकालियों को बचाने के प्रयास के नजरिए से देखा जा सकता है। अमरिंदर ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के इस दावे को भी झूठ करार दिया कि उन्होंने वर्ष 2015 में कोटकपुरा में विरोध प्रदर्शन करते सिखों पर बल प्रयोग का आदेश नहीं दिया था। अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि उस समय प्रकाश सिंह बादल पुलिस महानिदेशक और अन्य अधिकारियों के लगातार सम्पर्क में थे। अमरिंदर सिंह ने पंजाब में गुरूग्रंथ साहिब के अपमान की घटनाओं और इनके विरोध में प्रदर्शन करते सिखों पर पुलिस फायरिंग के मुद्दों पर हाल में रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट पर विधानसभा में बहस कराई गई थी।
इसके बाद विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर एसआईटी से इन घटनाओं की जांच कराने और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की गई थी। रणजीत सिंह कमीशन ने गुरूग्रंथ साहिब के अपमान की घटनाओं के लिए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम समर्थकों को दोषी बताया है।
अकाली दल को आरोपित किए जाने पर पूर्व मंत्री ने पार्टी छोडी
पंजाब में गुरूग्रंथ साहिब के अपमान की घटनाओं और इसके विरोध में प्रदर्शन करते सिखों पर पुलिस फायरिंग के मामले में रिटायर्ड जज रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट में अकाली दल सरकार को आरोपित किए जाने पर पंजाब के पूर्व मंत्री मलकीत सिंह बीरमी ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
अकाली दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर बादल को भेजे इस्तीफे में मलकीत सिंह बीरमी ने कहा कि जब से उन्होंने प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ आरोप पढा है तब से वे बेचैन हैं। बीरमी अप्रेल 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले अकाली दल में
शामिल हुए थे। बीरमी पंजाब की पूर्व कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे थे।