ग्रामीणों ने बताया कि उपजिलाधिकारी सकलडीहा आये थे जो खानापूर्ति कर चले गए। लोगों को कहना था कि उप-जिलाधिकारी ने किसी भी ग्रामीण से कुछ जानकारी नही लिया। ग्रामीणों ने आक्रोशित मन से कहा कि हर साल सरकार के नुमाइंदे बाढ़ के दौरान आते है और मात्र आश्वाशन देकर फ़ोटो खिंचवा कर चले जाते हैं।
ग्रामीणों ने कहा है कि सरकार भले ही बदल गयी है, लेकिन समस्या जस की तस है। उनका कहना है कि दो साल पूर्व निवर्तमान जिलाधिकारी ने जमीन आवंटित कर करार पर स्थित परिवार को अन्यत्र बसाने की बात कही थी। लेकिन हुआ कुछ नही। शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के प्रति तटवर्ती गांव के लोगों में आक्रोश है।
BY- SANTOSH JAISWAL