पूरा मामला गुरुवार का है जब यूपी सरकार की खनन राज्यमंत्री और सोनभद्र की प्रभारी मंत्री अर्चना पाण्डेय जिले के दौरे पर थीं। दोपहर बाद रॉबर्ट्सगंज के पीडब्ल्यूडी गेस्अ हाउस में जिले की कोर कमेटी की बैठक चल रही थी। प्रभारी मंत्री ेक अलवा इसमें सांसद छोटेलाल खरवार, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष काशी प्रांत रेश मिश्रा, ओंकर केशरी, जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा, सदर विधायक भूपेश चौबे, ओबरा विधयक संजीव गौड़, घोरावल विधायक अनिल मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल व जिला महामंत्री अजीत चौबे मौजूद थे।
बताया गया है कि इसी बीच कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सांसद से किसी बात पर नाराज होकर उन्हें अपशब्द कहे। मामला बढ़ता देख जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा, काशी प्रांत क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमेश मिश्रा व ओंकार केशरी, सीओ सिटी राहुल मिश्रा और सदर कोतवाल ने बीच बचाव का भी प्रयास किया। इसको लेकर वहां हंगामा होता रहा। देख लने तक की धमकी दी गयी ऐसा बताया गया है।
हालांकि सांसद के साथ कार्यकर्ताओं के दुर्व्यवहार की बात जब प्रभारी मंत्री अर्चना पाण्डेय से पूछी गयी तो उन्होंने पहले तो कहा कि ये हमारे परिवार की बात है, जिसे हम समझ लेंगे। उन्होंने सांसद के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार किये जाने की घटना से इनकार कर दिया। जिस कार्यकर्ता पर अपशब्द बोलने का आरोप लगा है उससे जब बात करने की कोशिश मीडिया ने की तो उसने बात करने से मना कर दिया।
अपने साथ दुर्व्यवहार किये जाने के सवाल पर सांसद भी कुछ बोलने से बचते नजर आए। हालांकि उन्होंने यह माना कि उन्हें अपशबद कहे गए। सांसद ने कहा कि कहा कि प्रभारी मंत्री के साथ बैठक चल रही थी इस दौरान कुछ संगठन के बाहर के लोगों ने गालियां दीं। इसका वीडियो देखने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद पार्टी की गुटबाजी खुलकर सामने आती दिख रही है। सवाल है कि ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनाव में क्या पार्टी इसी अन्तर्कलह के साथ जनता के बीच जाएगी। यह गुटबाजी बीजेपी को नुकसान भी पहुंचा सकती है।
By Santosh