उन्होंने कहा कि मधु कोड़ा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उनकी पत्नी गीता कोड़ा और जय भारत समानता पार्टी का कांग्रेस में विलय हुआ है। मधु कोड़ा के राजनीतिक कद को देखते हुए उनके पार्टी में शामिल होने को लेकर केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा। दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कांग्रेस में शामिल होने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सिर्फ इतना ही कहा कि यह सर्वविदित है कि जहां झंडा रहेगा, वहीं डंडा भी रहेगा। वहीं उनकी पत्नी और जगरनाथपुर की विधायक गीता कोड़ा ने कहा कि वह कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं। अब आने वाले समय में कोल्हान में कांग्रेस पार्टी का डंका बजेगा।
इधर, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मधु कोड़ा प्रकरण पर शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस शुरू से मास्टर ऑफ यूज एंड थ्रो रही है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को चाईबासा में मंच से बड़ी-बड़ी घोषणा कर मधु कोड़ा और उनकी पूरी पार्टी को डॉक्टर अजय कुमार ने अपने दल में शामिल कराया और अब कांग्रेस का यह कहना कि मधु कोड़ा की पार्टी का विलय तो हुआ है लेकिन मधु कोड़ा खुद शामिल नहीं हुए हैं। यह पूरा प्रकरण अत्यंत हास्यास्पद है।
शाहदेव ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी का विलय हो गया लेकिन पार्टी के अध्यक्ष उसमें शामिल नहीं हुए, ये बात चुटकुले की तरह लगती हैं। उन्होंने कहा कि एक और डॉक्टर अजय कुमार मधु कोड़ा के शामिल होने से इंकार कर रहे हैं और दूसरी और उन्हीं की पार्टी की चाईबासा लोकसभा प्रभारी रमा खलखो कह रही है कि मधु कोड़ा के आने से कांग्रेस और मजबूत होगी। गौरतलब है कि गीता कोड़ा पिछलेमहीने ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हो चुकी है।