नई दिल्ली। टेक कंपनी मोबाइल फोन, कंप्यूटर और सॉफ्टेवेयर के बाद अब आॅटोमोबाइल मार्केट में भी कूदने जा रही है। खबर है कि एपल जल्द ही एक ड्राइवरलेस कार लेकर आ रही है। एपल ने ऐलान किया है कि वह बिना ड्राइवर के चलने वाली कारों को विकसित करने के लिए भारी निवेश कर रही है। कंपनी ने सरकार से कहा है कि वो बिना ड्राइवर की कारों के विनिर्माण की प्रक्रिया को आसान बनाए।
नियमों में हो कुछ सुधार
एपल ने 22 नवंबर को नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी ऐडमिनिस्ट्रेशन यानी NHTSA को इस बारे में एक पत्र लिखकर कहा था। कंपनी ड्राइवरलेस कार लाने के लिए बेहद रोमांचित है। कंपनी का कहना है कि इस सेक्टर में प्रवेश के लिए नियमों का मसौदा तैयार किया जाए। एपल के प्रोडक्ट इंटिग्रिटी डायरेक्टर स्टीव केनर ने कहा है कि कंपनी ऑटोमेशन स्टडी पर काफी खर्च कर रही है ताकी इसे अच्छी तरह से समझा जा सके। एपल का मानना है कि इस क्षेत्र में संभावनाएं दिख रही हैं।
बदल जाएगा परिवहन का स्वरूप
हालांकि कई विशेषज्ञों का मानना है कि ड्राइवरलेस कारें मार्केट में आने से जॉब्स की भारी संख्या में कटौती होगी। ऐसी कारें आने पर सड़कों से ट्रक, टैक्सी और ऊबर-ओला ड्राइवर की जॉब पर खतरा होगा क्योंकि इससे परिवहन का स्वरूप बदल जाएगा।
ये भी लाएंगी ड्राइवरलेस
आपको बता दें कि गूगल भी कई सालों से ड्राइवरलेस कार बनाने में जुटी हुई है। कंपनी इस कार की टेस्टिंग युद्धस्तर पर कर रही हैं। वहीं, बीएमडब्लू, आॅडी, मर्सिडीज समेत चीन की कई कार निर्माता कंपनियां ड्राइवरलेस कारें लोन की तैयारी में हैं।