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समझौता होने के बाद भी अनदेखा कर रही सरकार

locationबूंदीPublished: Sep 05, 2018 08:54:55 pm

Submitted by:

Devendra

मंत्रालयिक कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ की ओर से बुधवार को जिला कलक्टे्रट के बाहर एक दिवसीय धरना दिया और जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।

samajhauta hone ke baad bhee anadekha kar rahee sarakaar

समझौता होने के बाद भी अनदेखा कर रही सरकार

-लंबित मांगों को लेकर दिया धरना, सौंपा ज्ञापन
बूंदी. मंत्रालयिक कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ की ओर से बुधवार को जिला कलक्टे्रट के बाहर एक दिवसीय धरना दिया और जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा। धरने को संरक्षक रामस्वरूप राठौर, जिलाध्यक्ष शिवराजपुरी, ऋतुराज दाधीच, चेतन नामा, राकेश शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष अश्विनी दाधीच आदि ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार लिखित समझौता होने के बाद भी मांगों को अनदेखा कर रही है। जिला प्रवक्ता राकेश शर्मा ने बताया कि आंदोलन की इस कड़ी में गुरुवार को जिला एवं उपखण्ड मुख्यालयों पर रैलियां निकाल कर सरकार का ध्यान आकर्षित किया जाएगा।
रेडक्रॉस भवन के बाहर किया प्रदर्शन
मंत्रालयिक संवर्ग की मांगों का शीघ्र निस्तारण करने को लेकर राजस्थान मंत्रालयिक कर्मचारी (भामस) से जुड़े कर्मचारियों ने बुधवार को जिलाध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में रेडक्रॉस भवन के बाहर प्रदर्शन किया। बाद में मुख्यमंत्री के नाम ११ सूत्रीय ज्ञापन जिला कलक्टर को सौंपा गया। इस दौरान जिला मंत्री किशन खत्री, श्याम हावा, महावीर शृंगी, नरेन्द्र सिंह, कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष मेघवाहन सिंह, कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, जिला मंत्री बृजराज सिंह, नर्सेज जिलाध्यक्ष सत्यनारायण मीणा, भंवरलाल सिंह, बूंदी ग्रामीण के मंत्री गणपत सिंह, रामगोपाल मीणा, जिला मंत्री रीतेश सनाढï्य आदि शामिल थे।
चयनित शिक्षकों को नियुक्ति देने की मांग
बूंदी. अखिल राजस्थान चयनित शिक्षक संघ-९८ से जुड़े शिक्षकों ने १९९८ में चयनित शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि २८ अगस्त को प्रमुख शासन सचिव (स्कूल शिक्षा) नरेशपाल गंगवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में १९९८ में नियुक्ति से वंचित शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर सकारात्मक वार्ता हुई थी, लेकिन अभी तक इस सम्बंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष कृपाकृष्ण शर्मा, राजेश कुमार सालूजा, विनोद कुमार शर्मा, दीनदयाल वर्मा, राजेन्द्र सिंह, राधारानी शर्मा आदि शामिल थे।
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