गृहणी शंकुतला का कहना था कि अंडरग्राउंड कचरा पात्र के लिए खोदा गया गड्ढा परेशानी का कारण बना हुआ है। बीते चार-पांच दिनों से घरों में गंदा पानी आ रहा है। जो पीने योग्य भी नहीं है। महिलाओं को हैण्डपम्पों या निजी नलकूपों पर जाकर पानी का जुगाड़ करना पड़ रहा है। जलदाय विभाग को भी इस संबंध में कई बार अवगत कराया, लेकिन सुनवाई नहीं होने से वार्डवासी परेशान हो रहे है।
इसी प्रकार सोमा बाई ने बताया कि वार्ड में दूषित जलापूर्ति से बीमारी की आशंका बनी हुई है। कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। गंदे पानी की समस्या के लिए कई बार अधिकारिायों को अवगत कराया, लेकिन टूटी पाइप लाइन को सुधारने की जगह खानापूर्ति कर दी।
अनिता जैन का कहना है कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से दूषित पानी की समस्या बनी हुई है। वार्ड पार्षद का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। लोग परेशान है। वार्ड में गंदा पानी आने से दूसरे वार्ड के बोरिंग से पानी लाना मजबूरी बनी हुई है। पानी लाने से घरेलू कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
सीवरेज से बनी परेशानी
वार्ड नं. 14 में जगह- जगह सीवरेज वालों ने सडक़ खोद कर पटक दी है। बरसात का माह होने से हर तरफ गंदगी का आलम है। घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। बच्चें व बुर्जुग गिर कर चोटिल हो रहे है। लेकिन इतने लम्बे समय बाद भी काम को पूरा नहीं किया जा रहा इस संबंध में कई बार अधिकारियों को भी अवगत कराया, लेकिन सुनवाई नहीं होने से समस्या जस की तस बनी हुई है।