इसी दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामराज मीणा भी जिला अस्पताल पहुंचे। इसी के साथ मीणा ने परिजनों को आश्वस्त किया कि विभाग की तरफ से मुकेश के लिए हरसंभव मदद की जाएगी। बूंदी अस्पताल में उचित चिकित्सा नहीं होने के कारण मुकेश को कोटा मेडिकल कॉलेज रैफ र कर दिया।
जहां जजावर अस्पताल के मेल नर्स हर्षवर्धन सेन के सहयोग से मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया गया। जिला अस्पताल के मनोरोगी चिकित्सक रश्मि गुप्ता ने बताया कि मुकेश के साइकोसिस व मंदबुद्धिता बीमारी है। ऐसे रोगी का काफ ी हद तक इलाज संभव है। मेडिकल कॉलेज में मुकेश का उपचार हो सकेगा।
पत्रिका बनी मददगार
मानसिक रोगी मुकेश व परिजनों की पीड़ा की व्यथा को पत्रिका ने जंजीरो में जकड़ा जिगर का टुकड़ा, बेबस मां बाप शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इस बाद जिला कलक्टर ने मुकेश की उपचार के निर्देश दिए थे।
इस बाद चिकित्सा विभाग व समाज कल्याण विभाग ने सुध ली। वहीं मुकेश का उपचार शुरू होने से परिजन भी काफी खुश नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि राजस्थान पत्रिका के प्रयासों से उसके पुत्र का उपचार शुरू हो पाया है।
हैंडपंप में आ रहा गंदा पानी
करवर. कस्बे के मुख्य बस स्टैंड के तलवास मार्ग पर लगे एकमात्र हैंडपंप से इन दिनों गंदा पानी आने से राहगीरों व ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। ग्रामीण महावीर बैरागी ने बताया कि तलवास मार्ग एक हैंडपंप लगा हुआ है। इसमें बरसाती पानी एवं नाले के पानी का रिसाव होने से गंदा पानी निकल रहा है।
हैंडपंप के अलावा अन्य पेयजल स्रोत नहीं होने से यात्रियों व ग्रामीणों को इसी हैंडपंप के पानी से काम चलाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत से हैंडपंप ठीक कराने की गुहार की है। उधर सरपंच सुनीता नागर ने बताया कि हैंडपंप को ठीक करवा दिया जाएगा। वहीं अन्य नलकूप लगाने के प्रस्ताव ले रखे हैं।