scriptपहली बरसात में ही बंद हो गया गरड़दा बांध का निर्माण | Construction of Garrda dam in first rainy season | Patrika News

पहली बरसात में ही बंद हो गया गरड़दा बांध का निर्माण

locationबूंदीPublished: Jul 08, 2018 12:55:26 pm

Submitted by:

Nagesh Sharma

सबसे महत्वपूर्ण गरड़दा मध्यम सिंचाई परियोजना का निर्माण कार्य मानसून की पहली बरसात होने के साथ ही थम गया है

Construction of Garrda dam in first rainy season

पहली बरसात में ही बंद हो गया गरड़दा बांध का निर्माण

नमाना. सबसे महत्वपूर्ण गरड़दा मध्यम सिंचाई परियोजना का निर्माण कार्य मानसून की पहली बरसात होने के साथ ही थम गया है। अब यहां पर चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है।
जानकारी के अनुसार बीते दिनों क्षेत्र में हुई बरसात के चलते निर्माण कार्य कर रही कंपनी ने कार्य बंद कर दिया था। हालांकि अभी तक बांध का मात्र बीस प्रतिशत कार्य भी पूरा नहीं हुआ है। लेकिन शुरुआत में हुई बरसात के बाद ही मिट्टी से बन रहे बांध की दीवार से मिट्टी बहने लग गई। बरसात से मिट्टी में दरारें हो गई। जिससे निर्माण कंपनी को कार्य करने में परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके चलते कंपनी ने निर्माण कार्य को लगभग बंद ही कर दिया। इस मामले में जलसंसाधन विभाग की मानें तो वर्ष 2020 में बांध में पानी का ठहराव शुरू करने की योजना है। लेकिन दस माह में बीस प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हो सका। ऐसे में वर्ष 2020 में पानी का ठहराव हो पाना मुश्किल नजर आ रहा है। लगातार चार माह बरसात का मौसम रहता है। ऐसे में इस अवधि में काम बंद रहा तो तय समय सीमा में काम पूरा नहीं हो सकेगा।

मिटï्टी से होगा टूटे हिस्से का निर्माण
गरड़दा बांध के टूटे हुए हिस्से का निर्माण कार्य मिटï्टी से होगा। इसके लिए केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की टीम ने नई ड्राईंग जारी की है। हालांकि अभी अंतिम ड्राईंग जारी नहीं की गई है। लेकिन टूटे हिस्से का निर्माण मिट्टी से करना तय हो चुका है।

किसानों को पंद्रह साल से इंतजार
बांध का भूमि पूजन सितम्बर 2003 में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था। उस समय किसानों को बांध निर्माण से क्षेत्र में सूखे से निजात की उम्मीद बंधी थी। लेकिन 15 अगस्त 2010 की सुबह 60 फीट पानी से भरे बांध का गणेशी का खाळ के पास से एक हिस्सा पानी के बहाव के साथ बह गया था। जिसके बाद सात साल तक बांध के टूटने की जांचें चलती रही। गत वर्ष वापस निर्माण कार्य शुरु होने के बाद किसानों ने राहत महसूस की है। किसानों को इंतजार है कि जल्द से जल्द बांध का निर्माण कार्य पूरा हो ताकि उन्हें लाभ मिल सके।

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