मिटï्टी से होगा टूटे हिस्से का निर्माण
गरड़दा बांध के टूटे हुए हिस्से का निर्माण कार्य मिटï्टी से होगा। इसके लिए केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की टीम ने नई ड्राईंग जारी की है। हालांकि अभी अंतिम ड्राईंग जारी नहीं की गई है। लेकिन टूटे हिस्से का निर्माण मिट्टी से करना तय हो चुका है।
किसानों को पंद्रह साल से इंतजार
बांध का भूमि पूजन सितम्बर 2003 में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था। उस समय किसानों को बांध निर्माण से क्षेत्र में सूखे से निजात की उम्मीद बंधी थी। लेकिन 15 अगस्त 2010 की सुबह 60 फीट पानी से भरे बांध का गणेशी का खाळ के पास से एक हिस्सा पानी के बहाव के साथ बह गया था। जिसके बाद सात साल तक बांध के टूटने की जांचें चलती रही। गत वर्ष वापस निर्माण कार्य शुरु होने के बाद किसानों ने राहत महसूस की है। किसानों को इंतजार है कि जल्द से जल्द बांध का निर्माण कार्य पूरा हो ताकि उन्हें लाभ मिल सके।