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भूमिपुत्रों की गाढ़ी कमाई यूं फिसल गई जैसे मुट्ठी से रेत…बूंदी जिले में दो मिनट में हो गया खेल

locationबूंदीPublished: Apr 08, 2019 01:49:12 pm

जिले के कई गांवों में रविवार रात को आए अंधड़ व बरसात से किसानों के खेतों में खड़ी फसलें व बगीचों में लगे फल, खेतों में तैयार होकर रखी जिंस खराब हो गई।

bhoomiputron kee gaadhee kamaee yoon phisal gaee jaise mutthee se ret.

भूमिपुत्रों की गाढ़ी कमाई यूं फिसल गई जैसे मुट्ठी से रेत…बूंदी जिले में दो मिनट में हो गया खेल

बूंदी. जिले के कई गांवों में रविवार रात को आए अंधड़ व बरसात से किसानों के खेतों में खड़ी फसलें व बगीचों में लगे फल, खेतों में तैयार होकर रखी जिंस खराब हो गई। जानकारी के अनुसार बरसात से कुंवारती कृषि उपज मंडी में रविवार रात को गेहूं लेकर पहुंचे किसानों को जिंस को ढकने के लिए दो घंटे बरसात थमने का इंतजार करना पड़ा।
शाम सात बजे हुए मौसम के बदलाव के बाद रात को नो बजे तक तेज हवा व बरसात के चलते जिंसों को नहीं ढक पाए। रात को बरसात रुकने के बाद जिंस के ढ़ेरों को तिरपाल डालकर ढका गया। वहीं खेतों में खड़ी गेहूं की फसल तेज हवाओं व बरसात से कई गेहूं की बालियां टूटकर नीचे गिरने से गेहूं का कलर खराब होने व नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। वहीं खेतों में निकालकर रखे लहसुन भी बरसात से भीग गया। किसान मूलचंद सैनी तेजपाल नागर, किशन गोपाल मीणा सहित कई अन्य किसानों ने इस वर्ष लहसुन की बुआई की थी।
पिछले दस दिन से किसान लहसुन की खुदाई व कटाई करके खेतों में कटï्टे भरकर बेचने की तैयारी में थे। लेकिन अब बरसात से लहसुन भीगने के बाद वापिस सुखाकर बेचने का इंतजार करना पड़ेगा। वहीं बगीचों में लगे आम व नींबू तेज हवाओं से झड़कर नीचे गिर गए।

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