ये है पूरा मामला
दरअसल गांव के रहने वाले जगदीश का एक्स्पेलर उनके घर में ही चलता है। करीब एक माह से उसके एक्स्पेलर पर गांव का 17 वर्षीय पिंटू पुत्र खेतल बतौर मजदूर काम कर रहा था। मंगलवार दोपहर पिंटू जब एक्स्पेलर से सरसों की पिराई कर रहा था और एक्स्पेलर में सरसों डालकर आगे से खल निकाल रहा था, तभी अचानक पिंटू का हाथ आगे से फंस गया। उसने हाथ निकालने की बहुत कोशिश की, लेकिन नहीं निकला। देखते ही देखते हाथ के साथ पिंटू भी खिंचते हुए एक्स्पेलर के अंदर चला गया। जैसे ही एक्सपेलर मालिक ने ये देखा तो वो और उसके परिवार वाले बगैर मोटर बंद करके वहां से भाग गए। कुछ देर बाद इस घटना के बारे में मोहल्ले में पता चला तो अफरातफरी मच गई। सूचना पर पिंटू के परिवार वाले मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तुरंत मोटर को बंद किया और उसके बाद एक्स्पेलर के पार्ट्स खोलकर पिंटू को निकाला। परिवार वाले तुरंत उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया।
दरअसल गांव के रहने वाले जगदीश का एक्स्पेलर उनके घर में ही चलता है। करीब एक माह से उसके एक्स्पेलर पर गांव का 17 वर्षीय पिंटू पुत्र खेतल बतौर मजदूर काम कर रहा था। मंगलवार दोपहर पिंटू जब एक्स्पेलर से सरसों की पिराई कर रहा था और एक्स्पेलर में सरसों डालकर आगे से खल निकाल रहा था, तभी अचानक पिंटू का हाथ आगे से फंस गया। उसने हाथ निकालने की बहुत कोशिश की, लेकिन नहीं निकला। देखते ही देखते हाथ के साथ पिंटू भी खिंचते हुए एक्स्पेलर के अंदर चला गया। जैसे ही एक्सपेलर मालिक ने ये देखा तो वो और उसके परिवार वाले बगैर मोटर बंद करके वहां से भाग गए। कुछ देर बाद इस घटना के बारे में मोहल्ले में पता चला तो अफरातफरी मच गई। सूचना पर पिंटू के परिवार वाले मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तुरंत मोटर को बंद किया और उसके बाद एक्स्पेलर के पार्ट्स खोलकर पिंटू को निकाला। परिवार वाले तुरंत उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया।