ब्लड प्रेशर :
इस उम्र में बीपी घटने-बढ़ने की समस्या रहती है। यदि मधुमेह, हृदय व किडनी रोग से परेशान हैं तो बीपी चेक कराएं।खानपान : ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्तचीजें खाएं। ये बीपी और हृदयगति नियमित करती हैं।
एक्सरसाइज :रोज 45 मिनट वॉक करें। वॉक करते समय पहले 10 मिनट वॉर्मअप करें। सुबह वॉक न करने पर डिनर के बाद वॉक जरूर करेंं।
इस उम्र में बीपी घटने-बढ़ने की समस्या रहती है। यदि मधुमेह, हृदय व किडनी रोग से परेशान हैं तो बीपी चेक कराएं।खानपान : ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्तचीजें खाएं। ये बीपी और हृदयगति नियमित करती हैं।
एक्सरसाइज :रोज 45 मिनट वॉक करें। वॉक करते समय पहले 10 मिनट वॉर्मअप करें। सुबह वॉक न करने पर डिनर के बाद वॉक जरूर करेंं।
मधुमेह :
शुरुआती स्टेज में रोग की पहचान होने पर इसे नियंत्रित करें। वरना किडनी, हृदय व आंखों से जुड़ी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
खानपान : फाइबरयुक्तचीजें खाएं। ये रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित रखने में मददगार हैं।
एक्सरसाइज : हमेशा एक जैसी वर्कआउट न करें। जैसे कार्डियो व योग को बदल-बदलकर करें। हफ्ते में 160 मिनट एक्सरसाइज करें।
शुरुआती स्टेज में रोग की पहचान होने पर इसे नियंत्रित करें। वरना किडनी, हृदय व आंखों से जुड़ी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
खानपान : फाइबरयुक्तचीजें खाएं। ये रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित रखने में मददगार हैं।
एक्सरसाइज : हमेशा एक जैसी वर्कआउट न करें। जैसे कार्डियो व योग को बदल-बदलकर करें। हफ्ते में 160 मिनट एक्सरसाइज करें।
कोलेस्ट्रॉल :
40 या इससे अधिक उम्र की महिलाएं कोलेस्ट्रॉल की जांच हर 5 साल में एक बार जरूर कराएं।
खानपान : फायबरयुक्त चीजें जैसे दलिया, जौ, गेहूं, फल और सब्जियां ले सकती हैं।
एक्सरसाइज : सप्ताह में कम से कम 30 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज जरूर करें।
40 या इससे अधिक उम्र की महिलाएं कोलेस्ट्रॉल की जांच हर 5 साल में एक बार जरूर कराएं।
खानपान : फायबरयुक्त चीजें जैसे दलिया, जौ, गेहूं, फल और सब्जियां ले सकती हैं।
एक्सरसाइज : सप्ताह में कम से कम 30 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज जरूर करें।
ऑस्टियोपोरोसिस :
कैल्शियम की कमी और मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लेनी जरूरी है।
खानपान : कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त चीजें अधिक खाएं।
एक्सरसाइज : स्विमिंग, एरोबिक, साइक्लिंग, जॉगिंग जैसे एक्सरसाइज कर सकती हैं। इन्हें 30 -40 मिनट कर सकती हैं।
कैल्शियम की कमी और मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लेनी जरूरी है।
खानपान : कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त चीजें अधिक खाएं।
एक्सरसाइज : स्विमिंग, एरोबिक, साइक्लिंग, जॉगिंग जैसे एक्सरसाइज कर सकती हैं। इन्हें 30 -40 मिनट कर सकती हैं।
जरूरी टैस्ट
मेमोग्राफी : इससे बे्रस्ट कैंसर का पता लगता है।
पैप टैस्ट : 40 के बाद हर तीन साल में पैप टैस्ट कराने की सलाह देते हैं। यह टैस्ट गर्भाशय के कैंसर की जांच के लिए कराया जाता है।
थायरॉयड टैस्ट : हर पांच साल में इसे एक बार कराना जरूरी होता है।
स्किन टैस्ट : यदि त्वचा पर मौजूद मस्से का रंग या आकार बदले, तुरंत डर्मेटोलॉजिस्ट को दिखाएं।
वजन : तेजी से बढ़ता शरीर का वजन कई रोगों की वजह बनता है। समय-समय पर वजन चेक कराती रहें। साथ ही खानपान में ऐसी चीजें शामिल करें जो वसारहित हों।
मेमोग्राफी : इससे बे्रस्ट कैंसर का पता लगता है।
पैप टैस्ट : 40 के बाद हर तीन साल में पैप टैस्ट कराने की सलाह देते हैं। यह टैस्ट गर्भाशय के कैंसर की जांच के लिए कराया जाता है।
थायरॉयड टैस्ट : हर पांच साल में इसे एक बार कराना जरूरी होता है।
स्किन टैस्ट : यदि त्वचा पर मौजूद मस्से का रंग या आकार बदले, तुरंत डर्मेटोलॉजिस्ट को दिखाएं।
वजन : तेजी से बढ़ता शरीर का वजन कई रोगों की वजह बनता है। समय-समय पर वजन चेक कराती रहें। साथ ही खानपान में ऐसी चीजें शामिल करें जो वसारहित हों।