दर्द में कमी –
अलबर्टा यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों ने 3-11 साल की उम्र के 42 बच्चों पर अध्ययन में पाया कि जिन बच्चों को अच्छा संगीत सुनाया गया, उन्हें इंजेक्शन लगाने के दौरान कम दर्द हुआ।
इम्युनिटी में इजाफा –
म्यूजिक-न्यूरोसाइंस का अध्ययन कर रहे साइकोलॉजिस्ट डेनियल जे. लेविटिन का कहना है कि मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के मामले में संगीत चिकित्सा के नतीजे बेहद रोचक और सुखद हैं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तनाव देने वाले हार्मोन का स्राव कम होता है। इसके अलावा मां की लोरी को भी महत्वपूर्ण माना गया है। लोरी सुनने से बच्चा शांत व सजग रहता है। वह बार-बार रोता नहीं। इससे बच्चे के सोने और भोजन के समय में सुधार होकर मां बनने वाली महिलाओं के तनाव में कमी देखी गई।