इनसे बढ़ती है समस्या
– काम का दबाव, पैसे, सेहत व नौकरी छूटने का तनाव अनिद्रा की वजह बनता है।
– कई बार दवाइयों के दुष्प्रभाव से भी नींद प्रभावित हो सकती है।
– किसी रोग के कारण होने वाला दर्द या असुविधा का अहसास, दमा जैसी सांस की तकलीफ, कैंसर, हृदय रोग, एलर्जी और एसिडिटी से भी अनिद्रा रोग हो सकता है।
– अनिद्रा का एक कारण मोबाइल व कम्प्यूटर का कई घंटों तक प्रयोग करना भी है। इससे आंखों में जलन, थकान और लालिमा की स्थिति बनती है जिससे नींद बाधित होती है।
– शराब, कैफीन, निकोटीन, नशीले पदार्थों की लत से भी नींद न आने की दिक्कत होती है।
– काम का दबाव, पैसे, सेहत व नौकरी छूटने का तनाव अनिद्रा की वजह बनता है।
– कई बार दवाइयों के दुष्प्रभाव से भी नींद प्रभावित हो सकती है।
– किसी रोग के कारण होने वाला दर्द या असुविधा का अहसास, दमा जैसी सांस की तकलीफ, कैंसर, हृदय रोग, एलर्जी और एसिडिटी से भी अनिद्रा रोग हो सकता है।
– अनिद्रा का एक कारण मोबाइल व कम्प्यूटर का कई घंटों तक प्रयोग करना भी है। इससे आंखों में जलन, थकान और लालिमा की स्थिति बनती है जिससे नींद बाधित होती है।
– शराब, कैफीन, निकोटीन, नशीले पदार्थों की लत से भी नींद न आने की दिक्कत होती है।
रोग के लक्षण
सुस्ती आना, जागने के बाद भी खुमारी या सिर भारी होना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन, बात-बात पर गुस्सा आने के साथ डिप्रेशन का शिकार होना आम लक्षण हैं। अगर यह लंबे समय से है तो डॉक्टरी सलाह लें वरना यह अन्य रोगों का कारण भी बन सकती है।
सुस्ती आना, जागने के बाद भी खुमारी या सिर भारी होना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन, बात-बात पर गुस्सा आने के साथ डिप्रेशन का शिकार होना आम लक्षण हैं। अगर यह लंबे समय से है तो डॉक्टरी सलाह लें वरना यह अन्य रोगों का कारण भी बन सकती है।
ध्यान रखें
अरोमाथैरेपी : इसमें प्रयोग होने वाला लैवेंडर तेल बॉडी को रिलैक्स कर अनिद्रा में राहत पहुंचाता है।
स्क्रीन से दूरी : सोने से दो घंटे पहले मोबाइल या कम्प्यूटर स्क्रीन से दूरी बना लें ताकि आंखें रिलैक्स हो जाएं और नींद आ सके। देर तक जागने की आदत छोड़ें।
तनावमुक्त रहें : सोने से पहले ठंडे पानी से चेहरा धोएं और तनाव से जुड़ी बातों से दूर रहने के लिए कुछ देर किताब या साहित्य पढ़ें।
डॉक्टरी सलाह : उपरोक्त सावधानी बरतने के बाद भी नींद न आए तो डॉक्टरी सलाह लें।
अरोमाथैरेपी : इसमें प्रयोग होने वाला लैवेंडर तेल बॉडी को रिलैक्स कर अनिद्रा में राहत पहुंचाता है।
स्क्रीन से दूरी : सोने से दो घंटे पहले मोबाइल या कम्प्यूटर स्क्रीन से दूरी बना लें ताकि आंखें रिलैक्स हो जाएं और नींद आ सके। देर तक जागने की आदत छोड़ें।
तनावमुक्त रहें : सोने से पहले ठंडे पानी से चेहरा धोएं और तनाव से जुड़ी बातों से दूर रहने के लिए कुछ देर किताब या साहित्य पढ़ें।
डॉक्टरी सलाह : उपरोक्त सावधानी बरतने के बाद भी नींद न आए तो डॉक्टरी सलाह लें।